रायगंज : सीबीआइ जांच की मांग पर अड़े लोग

उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर के दाड़ीभीट में तनाव बरकरार इस्लामपुर/ रायगंज : उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर के दाड़ीभीट उच्च विद्यालय में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के खिलाफ गुरुवार को हो रहे आंदोलन के दौरान पुलिस-पब्लिक संघर्ष में दो युवकों की मौत के बाद अब भी पूरे इलाके में तनाव पसरा हुआ है. शनिवार सुबह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2018 12:55 AM
उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर के दाड़ीभीट में तनाव बरकरार
इस्लामपुर/ रायगंज : उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर के दाड़ीभीट उच्च विद्यालय में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के खिलाफ गुरुवार को हो रहे आंदोलन के दौरान पुलिस-पब्लिक संघर्ष में दो युवकों की मौत के बाद अब भी पूरे इलाके में तनाव पसरा हुआ है.
शनिवार सुबह करीब 11 बजे ग्रामीणों ने छात्र-छात्राओं के सहयोग से सड़क अवरोध कर दिया. हजारों लोग सड़क पर उतरे और धिक्कार रैली में शामिल हुए. सभी लोग पुलिस फायरिंग की सीबीआइ जांच की मांग कर रहे थे. दो युवाओं की मौत की घटना के प्रतिवाद में पांच वामपंथी छात्र व युवा संगठनों के आह्वान पर उत्तर दिनाजपुर जिले में छात्र हड़ताल और बंद असरदार रहा.
शुक्रवार रात दोनों मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम किया गया. मृत राजेश सरकार के पिता का कहना है कि परिवार को बिना बताये पोस्टमार्टम किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी के नाम पर पुलिस आम जनता को परेशान कर रही है. स्थानीय सूत्र के अनुसार, घटना के दिन राजेश सरकार अपनी दुकान के सामने खड़ा था.
तभी पीछे से आयी गोली उसे लगी. वहीं तापस बर्मन को उसके घर के सामने गोली लगी. दोनों ही विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं थे. स्कूल के सामने ही तापस बर्मन का घर है. घर के सामने उसकी मिठाई की दुकान है. दुकान में राजमिस्त्री काम कर रहे थे. तापस उसी काम की निगरानी कर रहा था. वहां से कुछ दूरी पर आंदोलनकारी पुलिस पर पथराव करने लगे. तभी एक गोली तापस के सीने के आरपार हो गयी.
शनिवार की सुबह से ही वामपंथी छात्र संगठनों से जुड़े विद्यार्थियों ने जिले में जगह-जगह पिकेटिंग करनी शुरू की. इसके चलते लगभग सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहे.
बंद का असर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी देखा गया. रायगंज शहर के सिलीगुड़ी मोड़ पर कुछ देर के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर एसएफआई ने पथावरोध किया. इस दौरान पुलिस के साथ उनकी कहासुनी भी हुई. इसी तरह उत्तर दिनाजपुर जिले के दुर्गापुर के राष्ट्रीय राजमार्ग पर भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी के सदस्यों ने टायर जलाकर पथावरोध किया. इस वजह से राजमार्ग पर वाहनों का आवागमन बाधित रहा.
उल्लेखनीय है कि दोनों परिवारों की सहमति से दोनों युवकों के शव मिट्टी में गाड़कर रखे गये हैं. किसी फॉरेसिंक जांच में जरूरत को देखते हुए शवों का दाह संस्कार नहीं किया गया है. स्थानीय लोगों को आशंका है कि तृणमूल समर्थक इन शवों को गायब कर सकते हैं, इसलिए लोग बारी-बारी से पहरा दे रहे हैं.
मृतकों के परिजनों से मिला वाम प्रतिनिधिदल
शनिवार सुबह करीब 10 बजे विधानसभा में माकपा के नेता सुजन चक्रवर्ती और सिलीगुड़ी के विधायक सह मेयर अशोक भट्टाचार्य दाड़ीभीट पहुंचे और दोनों मृतकों के परिजनों से मिले. उनके सामने मृतकों के माता-पिता फूट-फूटकर रोने लगे.
उन्होंने रोते हुए बताया कि किस तरह से पुलिस ने उनके निर्दोष बेटों को मार डाला है, जबकि वे लोग आंदोलन में थे ही नहीं. इन परिवारों और स्थानीय लोगों ने पुलिस फायरिंग की सीबीआइ जांच की मांग की है. इनका कहना है कि जांच के नाम पर राज्य सरकार मामले को दबाना चाहती है, इसलिए वे लोग सीबीआइ जांच चाहते हैं. माकपा के प्रतिनिधि सुजन चक्रवर्ती ने बताया कि दोनों परिवारों का कष्ट देखा नहीं गया.
जांच के नाम पर प्रहसन हो रहा है. पुलिस कभी अपने ही विभाग के खिलाफ कुछ नहीं कर सकती. इसलिए हमने सीबीआइ जांच की मांग की है. दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए. वामफ्रंट प्रतिनिधियों के इलाका छोड़ते ही ग्रामीणों ने सड़क अवरोध शुरू कर दिया.

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