छात्र हत्याकांड : पुलिस पर केरोसिन डालने का मुद्दा गरमाया, मासिक बोर्ड बैठक में जोरदार हंगामा
सिलीगुड़ी : दुर्गा पूजा के पहले सिलीगुड़ी नगर निगम की अंतिम बोर्ड बैठक भी जोरदार हंगामा हुआ. निगम की विरोधी दल तृणमूल कांग्रेस के पार्षदों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार किया. इससे पहले वामो बोर्ड व विरोधी पक्ष के बीच करीब डेढ़ घंटे तक हुज्जत हुयी. फिर विरोधी नारेबाजी करते हुए बैठक का बहिष्कार कर […]
सिलीगुड़ी : दुर्गा पूजा के पहले सिलीगुड़ी नगर निगम की अंतिम बोर्ड बैठक भी जोरदार हंगामा हुआ. निगम की विरोधी दल तृणमूल कांग्रेस के पार्षदों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार किया. इससे पहले वामो बोर्ड व विरोधी पक्ष के बीच करीब डेढ़ घंटे तक हुज्जत हुयी. फिर विरोधी नारेबाजी करते हुए बैठक का बहिष्कार कर गये. सभागार के बाहर धरना प्रदर्शन कर तृणमूल ने निगम के चेयरमैन और मेयर सहित मेयर परिषद सदस्य व पार्षदों को बंधक बनाये रखा. इस्लामपुर छात्र हत्याकांडको लेकर भाजपा द्वारा आहूत बंगाल बंद की वजह से दोनों भाजपा पार्षद बोर्ड में उपस्थितनहीं हुयी.
उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर छात्र हत्याकांड के बाद से पूरे राज्य में राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है. इस घटना के खिलाफ बीते 23 सितंबर की शाम दार्जिलिंग जिला माकपा की ओर से धिक्कार रैली निकाली गयी थी. मुख्यमंत्री का पुतला छीना-झपटी के दौरान ही माकपा समर्थकों ने केरोसिन तेल उड़ेल दिया. जिसमें कई पुलिस अधिकारियों के आंख व शरीर के कई हिस्सों में तेल पड़ गया. इसको लेकर पुलिस ने माकपा के दो सदस्यों को तत्काल गिरफ्तार किया था.
साथ ही सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने सिलीगुड़ी के माकपा विधायक सह मेयर अशोक भट्टाचार्य सहित कुल 9 लोगों के खिलाफ गैर जमानती धाराओं में मामला दर्ज किया है. अशोक भट्टाचार्य, जीवेश सरकार सहित अन्य को पुलिस तलाश रही है. आज की बोर्ड सभा में इसी घटना को मुद्दा बनाकर निगम की विरोधी दल तृणमूल कांग्रेस ने वाम मोर्चा बोर्ड के घेरा.
बुधवार की मासिक बोर्ड सभा में इस घटना को लेकर चर्चा करने के लिए विरोधी दल ने निगम के चेयरमैन को आवेदन किया था. बुधवार दोपहर एक बजे बैठक शुरू होते ही विरोधी दल ने पुलिस पर केरोसिन तेल उड़ेलने वाली घटना पर बहस कराने को कहा. इसको लेकर तृणमूल करीब डेढ़ घंटे तक हुज्जत करती रही. लेकिन चेयरमैन दिलीप सिंह ने सिलीगुड़ी नगर निगम की आचार संहिता के आधार पर इस मुद्दे पर चर्चा करने की अनुमति नहीं दी.
उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम कानून के तहत बोर्ड सभा में निगम से जुड़े विषयों पर ही विचार-विमर्श किया जाना चाहिए. जबकि तृणमूल पार्षद कई सारी दलीलों के माध्यम से इस मुद्दे पर चर्चा करने की फजीहत करते रहे. अंत में तृणमूल पार्षदों ने सभा का बहिष्कार कर दिया. बाहर निकल कर तृणमूल पार्षदों ने सभागार का द्वार जाम कर धरना प्रदर्शन किया. करीब आधे घंटे का धरना प्रदर्शन के बाद तृणमूल पार्षद अपने आप ही चले गये. इसके बाद चेयरमैन, मेयर, उपमेयर व अन्य मेयर परिषद सदस्य तथा पार्षद बाहर निकले.
मेयर पर धारा 307 का मुकदमा-रंजन सरकार विरोधी दल नेता रंजन सरकार ने बताया कि मेयर सिलीगुड़ी नगर निगम के ही हैं. उनसे जुड़ी घटना की चर्चा निगम में की ही जा सकती है. मेयर की उपस्थिति में जिस प्रकार पुलिस के उपर केरोसिन उड़ेल कर जलाने की कोशिश की गयी वह काफी निंदनीय है.
इसके अतिरिक्त मेयर के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें तलाश रही है. ऐसे व्यक्ति को निगम की बोर्ड सभा में कैसे शामिल किया गया. हाउसिंग फॉर ऑल, एलईडी व अन्य कई परियोजनाओं में घोटाले की कोई छानबीन नहीं हो रही है. मेयर लोगों को नागरिक परिसेवा तक मुहैया नहीं करा पा रहे हैं. मेयर को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दना चाहिए.
क्या कहना है मेयर अशोक भट्टाचार्य का
मेयर अशोक भट्टाचार्य ने बताया कि सिलीगुड़ी नगर निगम की जमीन को लीज पर देकर आय बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. इसमें बिजली विभाग को भी सेवक रोड इलाके में कुछ जमीन सरकारी दर पर मुहैया करायी जायेगी. आज की बैठक में दुर्गापूजा के लिए सड़क मरम्मती, साफ-सफाई, बिजली आदि कार्य करने का निर्णय लिया गया है.
पूजा के दौरान साफ-सफाई आदि परिसेवा मुहैया कराने के लिए मजदूरों की नियुक्ति पर भी सहमति बनी है. हाउसिंग फॉर ऑल योजना में हुयी गड़बड़ी को ठीक कर लिया गया है. 1287 में से 1155 लाभार्थियों को प्रथम चरण में 60 हजार रूपये दिये जा रहे हैं. बोर्ड सभा में विरोधी दल की हरकतो पर उन्होंने कहा कि तृणमूल विरोधी दल नहीं है.
बल्कि राज्य की सत्ताधारी दल के अनुरूप मनमर्जी करती है. कानून, नीति को ये लोग मानते नहीं है. 23 सितंबर की घटना में षडयंत्र रचकर माकपा समर्थकों को गिरफ्तार कराने का आरोप भी उन्होंने तृणमूल पर लगाया.