गोलीकांड: जांच के लिए आयी मानवाधिकार आयोग की टीम, आठ से 15 तारीख तक होगी मामले की जांच
सिलीगुड़ी : उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर दाड़ीभीट हाई स्कूल में छात्र गोलीकांड की जांच के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की एक टीम पहुंच गई है. हांलाकि टीम के सदस्यों को सोमवार को बागडोगरा एयरपोर्ट पर परेशानियों का सामना करना पड़ा. मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने दाड़ीभीट गोली कांड की जांच के […]
सिलीगुड़ी : उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर दाड़ीभीट हाई स्कूल में छात्र गोलीकांड की जांच के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की एक टीम पहुंच गई है. हांलाकि टीम के सदस्यों को सोमवार को बागडोगरा एयरपोर्ट पर परेशानियों का सामना करना पड़ा. मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने दाड़ीभीट गोली कांड की जांच के लिए 6 सदस्यों की एक टीम बनाई है.
जिसमें डीआईजी स्तर के 1 तथा डीएसपी स्तर के एक पुलिस अधिकारी शामिल हैं. इन्हीं में से 3 सदस्यों की टीम सोमवार को नई दिल्ली से बागडोगरा पहुंची. करीब 2 घंटे तक बागडोगरा एयरपोर्ट पर रुके रहने के बाद टीम के सदस्य इस्लामपुर के लिए रवाना हो गए. इस टीम की अगुवाई डीआईजी सायन शर्मा कर रहे हैं. जबकि तीन और सदस्य कल पहुंचेंगे.
आरोप है कि राज्य सरकार की ओर से मानवाधिकार आयोग की टीम के लिए इस्लामपुर जाने तक की व्यवस्था नहीं की गई. गाड़ी की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण टीम के सदस्यों को करीब 2 घंटे तक बागडोगरा एयरपोर्ट पर ही रहना पड़ा. बाद में दार्जिलिंग की जिलाधिकारी जयशी दासगुप्ता से टीम के सदस्यों ने बात की तो इनके इस्लामपुर जाने के लिए गाड़ियां उपलब्ध कराई गई.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में दाड़ीभीट कांड की जांच के लिए अर्जी देने वाली श्रीरूपा मित्रा भी इस टीम के साथ ही थीं. श्रीमती मित्रा ने बताया है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम एयर इंडिया 879 विमान से करीब 1:00 बजे बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंच गई. राज्य के डीजीपी के साथ ही दार्जिलिंग की जिलाधिकारी एवं पुलिस प्रशासन को पहले से ही मानवाधिकार आयोग की टीम की दौरे की जानकारी दे दी गई थी. उसके बाद भी राज्य सरकार की ओर कोई व्यवस्था तक नहीं की गई.
वह इसकी शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन से भी करेंगी. उन्होंने कहा कि नियमानुसार राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम यदि किसी मामले की जांच के लिए कहीं जाती है तो वहां उनके रुकने से लेकर आने जाने तक की तमाम व्यवस्था वहां के सरकार को करनी पड़ती है. राज्य के डीजीपी के साथ साथ राज्य के मुख्य सचिव को भी इस बात की जानकारी पहले से दे दी गई थी. उसके बाद भी मानवाधिकार टीम के लिए एक गाड़ी तक की व्यवस्था जिला प्रशासन नहीं कराई.
काफी देर तक जिला प्रशासन से बातचीत करने के बाद उनके लिए गाड़ियां उपलब्ध कराई गई. उन्होंने इस मामले की कड़ी निंदा की है. श्रीमती मित्रा ने आगे कहा है कि मानवाधिकार आयोग की टीम 8 तारीख से 15 तारीख तक इस्लामपुर में रहेगी एवं दाढ़ीभीट गोलीकांड की जांच करेगी. उल्लेखनीय है कि पिछले महीने इस्लामपुर के दाढ़ीभीट हाई स्कूल में एक आंदोलन के दौरान गोली लगने से 2 छात्रों की मौत हो गई थी. उसके बाद से ही दाढ़ीभीट का माहौल गरमाया हुआ है.खासकर भाजपा इस मुद्दे को काफी जोर-शोर से उछाल रही है.