विमल के झूठ को बेनकाब करके रहूंगा : विनय तमांग
बागडोगरा : दिल्ली में गोजमुमो की स्थापना दिवस नहीं मनाने देने के लिए केंद्र सरकार तथा दार्जिलिंग के भाजपा सांसद एसएस आहलूवालिया जिम्मेदार हैं. दीपावली के बाद वह फिर से दिल्ली जायेंगे और वहां जनसभा करेंगे. यदि इस बार दिल्ली पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश करेगी तो भी वह जनसभा करेंगे. यह बातें गोजुममो नेता […]
बागडोगरा : दिल्ली में गोजमुमो की स्थापना दिवस नहीं मनाने देने के लिए केंद्र सरकार तथा दार्जिलिंग के भाजपा सांसद एसएस आहलूवालिया जिम्मेदार हैं. दीपावली के बाद वह फिर से दिल्ली जायेंगे और वहां जनसभा करेंगे. यदि इस बार दिल्ली पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश करेगी तो भी वह जनसभा करेंगे.
यह बातें गोजुममो नेता तथा जीटीए चीफ विनय तमांग ने कही है. वह दिल्ली दौरा समाप्त कर सोमवार को दार्जिलिंग वापस लौट गये हैं. बागडोगरा हवाई अड्डे पर उतरने के बाद उन्होंने अपने पूर्व बॉस बिमल गुरुंग तथा सांसद एसएस आहलूवालिया पर जमकर हमला बोला.दिल्ली में जनसभा करने से रोके जाने पर उनका पारा पूरी तरह से चढ़ा हुआ था.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में लोकतंत्र नहीं है. वहां लोकतंत्र स्थापित करने की जरूरत है. इसी कारण वह दीपावली के बाद फिर से दिल्ली जायेंगे. वहां लोकतंत्र की स्थापना के लिए जनसभा करेंगे. उन्होंने कहा कि अनुमति लेकर ही नयी दिल्ली में गोजमुमो की स्थापना दिवस मनाने वाले थे. लेकिन सांसद एसएस अहलूवालिया के इशारे पर इसे रोक दिया गया.
दिल्ली पुलिस एवं सीआरपीएफ को उनके पीछे लगा दिया गया. वह पुलिस और जेल जाने से नहीं डरते. उन्हें जेल जाना पड़े तो जायेंगे. वह एसएस अहलूवालिया और विमल गुरुंग के झूठ को बेनकाब करेंगे.दिल्ली में आयोजित होने वाली सभा के लिये अंतिम पलों में सुरक्षा के सवाल पर अनुमति रद किये जाने से वह काफी नाराज थे. साथ ही उन्होंने सोमवार को बागडोगरा में स्वागत के लिये उमड़े गोरखा समुदाय के लोगों के प्रति हार्दिक आभार जताते हुए कहा कि लोगों ने गोरखा जाति की एकता और अखंडता का संदेश दिया है जो स्वागत-योग्य है.
विनय तमांग ने आरोप लगाया कि इस रोज की जो भीड़ रही वह रुपये द्वारा जुटायी गयी भीड़ नहीं थी बल्कि यह गोरखा जनता का उनके लिये गहरे प्रेम और भरोसे को रेखांकित करने वाली भीड़ है. इसे स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि अन्य नेताओं की तरह उनके पास भ्रष्टाचार से अर्जित धन नहीं है. जिसे नेता लोग जनता में उसका एक मामूली हिस्सा बांटकर वाहवाही लूटते हैं. लेकिन उनकी यह सोच नहीं है. उनके पास जनता के आगे-आगे चलने वाले हिरावल दस्ते की तरह चलते हुए पहाड़ के विकास, व्यवस्था और उज्ज्वल भविष्य के लिये वह अडिग हैं.
उनके प्रति जनता के प्यार की यही प्रमुख वजह है. यह जानते हुए भी कि दिल्ली में उनके विरोधी तत्व हैं वे वहां गये थे. वह भाजपा नेतृत्व को जनता के सामने बेनकाब करना चाहते थे. लेकिन विमल गुरुंग और भाजपा के पोल खुल जाने के डर से सभा करने की अनुमति आखिरी समय पर रद कर दी गयी. उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा ही गोरखों को केवल वोट बैंक के बतौर इस्तेमाल किया है. भाजपा के असली चेहरे को वह सामने लाना चाहते थे. विनय तमांग ने कहा कि दिल्ली में रहने वाले कई कार्यकर्ताओं ने नकाब पहनकर काले झंडे से उनका विरोध किया.
हालांकि वे ऐसे गुमराह तत्वों को सच्चाई से अवगत कराना चाहते थे. उनसे बातचीत करना चाहते थे. लेकिन भाजपा की सरकार ने ऐसा करने से उन्हें वंचित कर दिया. ऐसे तत्वों को आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि उनका विरोध करने के लिये चेहरे पर नकाब लगाकर आतंकियों की तरह विरोध जताने की जरूरत नहीं है. अगर उन्हें उनकी कोई नीति पसंद नहीं है तो उन्हें सामने आकर खुलकर अपनी बात रखनी चाहिये. अफसोस है कि अभी भी कुछ कार्यकर्ता पुराने कई नेताओं द्वारा फैलायी गयी राजनैतिक हत्या, पत्थर फेंकने जैसी हिसंक कार्रवाईयों के कुसंस्कारों से मुक्त नहीं हो सके हैं.
वह ऐसे नेता हैं जो पहाड़ और तराई-डुवार्स को ऐसी हिंसक और हत्या की राजनीति को जड़ से उखाड़ना चाहता है. वह जल्द दिल्ली जायेंगे. यह साबित करने के लिये कि वह जेल जाने से भी नहीं डरते हैं और विमल गुरुंग और भाजपा के झूठ के नकाब को जल्द सामने लायेंगे.
दिल्ली में जनसभा रद्द होने से चढ़ा पारा
सांसद अहलूवालिया पर साधा निशाना
काले झंडे दिखाने पर जतायी नाराजगी
दीपावली बाद फिर दिल्ली जाने का किया एलान
बागडोगरा एयरपोर्ट पर उमड़ी समर्थकों की भीड़
हत्या और हिंसा की राजनीति अब बर्दाश्त नहीं