सपनों की दुनिया से रूबरू करायेगा पूजा पंडाल
हावड़ा. सपनों की दुनिया कितनी खुबसूरत होती है, क्या नजारा रहता है, इस बार विवेकानंद सम्मेलिनी दुर्गापूजा कमेटी अपनी कल्पना के आधार पर श्रद्धालुओं को मां दुर्गा की प्रतिमा का दर्शन कराने के साथ-साथ सपनों की दुनिया का सैर करायेगी. पंडाल को कुछ इस तरह से बनाया जा रहा है कि कि श्रद्धालुओं का मन […]
हावड़ा. सपनों की दुनिया कितनी खुबसूरत होती है, क्या नजारा रहता है, इस बार विवेकानंद सम्मेलिनी दुर्गापूजा कमेटी अपनी कल्पना के आधार पर श्रद्धालुओं को मां दुर्गा की प्रतिमा का दर्शन कराने के साथ-साथ सपनों की दुनिया का सैर करायेगी. पंडाल को कुछ इस तरह से बनाया जा रहा है कि कि श्रद्धालुओं का मन यहां आकर प्रफुल्लित हो उठेगा.
पूजा का इस बार 69वां साल है. कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष शंभु सराफ ने बताया कि पंडाल के अंदर ही नहीं, बल्कि बाहर का भी नजारा अद्भुत होगा. पूजा की थीम ड्रीम्स आर इन आवर हैंड (हाथों में सपने) है. पंडाल के बाहर आकाश जैसा दृश्य बनाया जा रहा है. पंडाल पर परियां रहेंगी. नीचे हाथी के दांतों से सजावट की जायेगी. मयूरमुखी द्वार से होकर श्रद्धालु पंडाल के अंदर प्रवेश करेंगे.
पंडाल के अंदर सुंदर आैर आर्कषक फूल लगाये जायेंगे. पंडाल के अंदर आैर बाहर खूबसूरत विद्युत सज्जा भी रहेगी. श्री सराफ ने कहा कि पूजा की शुरुआत वर्ष 1949 में की गयी थी. तब से लगातार पूजा जारी है. पंचमी के दिन खेल राज्य मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला उद्घाटन करेंगे.
उत्तर त्रिधारा पूजा पंडाल में होगा पुनर्जन्म का अहसास
कोलकाता : उत्तर त्रिधारा सार्वजनिन ने इस बार अपने पूजा पंडाल की थीम पुनर्जन्म को बनाया है. इस वर्ष उनका पूजा आयोजन 18वें साल में प्रवेश कर रहा है. पूजा कमेटी के सचिव शिखर टंडन ने बताया कि इस उनकी थीम काफी अद्भुत है. पंडाल में लोगों को हिंदू और बौद्ध संस्कृति का मिलन देखने को मिलेगा जहां यह संदेश दिया जायेगा कि अगर किसी व्यक्ति को अपनी गलती का पश्चाताप हो जाता है तो उसे दिव्य ज्ञान की प्राप्ति होती है, उसका जैसे पुनर्जन्म होता है.
इस बार के पूजा आयोजन में देवी की मूर्ति में भी लोगों को खास कारीगरी देखने को मिलेगी. असुर की मूर्ति में भी इस बार नवीनता है. अक्सर लोगों को असुर का रंग काला देखने को मिलता है पर इस साल उत्तर त्रिधारा पूजा पंडाल में यह लोगों को सफेद रंग में देखने को मिलेगा. जो सच्चाई और सत्य का प्रतीक है.
इससे यह संदेश दिया जा रहा है कि असुर को भी अपनी गलती का अहसास हो जाता और वह मां के हाथों मुक्ति पाता है. इसे मूर्तिकार परीमल पाल ने बनाया है. पंडाल की परिकल्पना सौरभ नाग की है. पूजा पंडाल के लिए थीम सॉन्ग सैकत देव तैयार कर रहे हैं.
बोलो दुर्गा माई की अभियान
कोलकाता. दुर्गापूजा के अवसर पर महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए ‘बोलो दुर्गा माई की’ अभियान शुरू किया गया. रेडियो नेटवर्क 92.7 बिग एफएम द्वारा शुरू किया गया यह अभियान महिलाओं को सशक्त बनाने का एक प्रयास है.
महानगर में साल्टलेक के बैशाखी आइलैंड के समीप बिग एफएम ने विशेष कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें एमजे काैशिक व एमजे नीलांजना ने महिलाओं के सशक्तीकरण व शहर की सफाई को रेखांकित किया. गायक खांडा ने कहा यह महापर्व पर लोगों को जागरूक करने का अच्छा अवसर है.