आगजनी के आरोपियों को पकड़कर पुलिस को सौंपा
कूचबिहार : 1 नंबर ब्लॉक के देवानहाट ग्राम पंचायत अंतर्गत बालासी गांव में अग्निकांड की घटना में आरोपी सत्ताधारी पार्टी के दो पंचायत सदस्यों को पकड़कर इलाकावासियों ने पुलिस को सौंप दिया. यह घटना शुक्रवार को कूचबिहार कोतवाली थाना के देवानहाट बाजार इलाके में घटी है. इसे लेकर इलाके में भारी तनाव छा गया. कोतवाली […]
कूचबिहार : 1 नंबर ब्लॉक के देवानहाट ग्राम पंचायत अंतर्गत बालासी गांव में अग्निकांड की घटना में आरोपी सत्ताधारी पार्टी के दो पंचायत सदस्यों को पकड़कर इलाकावासियों ने पुलिस को सौंप दिया. यह घटना शुक्रवार को कूचबिहार कोतवाली थाना के देवानहाट बाजार इलाके में घटी है. इसे लेकर इलाके में भारी तनाव छा गया.
कोतवाली थाना आईसी ने विशाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर दोनों पंचायत सदस्यों को गिरफ्तार कर थाने ले आये. शुक्रवार को दोनों को अदालत में पेश किया गया.
शुक्रवार को देवानाहाट ग्राम पंचायत के उप समिति गठन होना था. इसे लेकर बैठक में शामिल होने गये तृणमूल के मदर गुट के दो पंचायत सदस्यों को युवा तृणमूल कार्यालय में ले जाया गया. जहां से बाद में उन्हें पुलिस को सौंप दिया गया. संबंधित इलाके के ग्रामीणों ने बताया कि हालहीं में बालासी गांव के लगभग 15 मकानों को जला दिया गया था.
घटना के बाद से आरोपी इलाके से फरार थे. शुक्रवार को दोनों आरोपियों के देवानहाट में दिखते ही आगजनी से क्षतिग्रस्त ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया. घटना को लेकर आरोपियों ने कहा कि बोर्ड गठन के लेकर इलाके में तनाव को देखते हुए वह घर छोड़कर चले गये थे. अग्निकांड के दिन वह इलाके में नहीं थे.
दूसरी ओर से घटना को लेकर तृणमूल के कूचबिहार जिला अध्यक्ष रवींद्रनाथ घोष ने गुस्सा जाहिर किया है. उन्होंने कहा देवानहाट ग्राम पंचायत उपसमिति का गठन किया जाना था. वहां कुछ बदमाशों ने तृणमूल के पंचायत सदस्यों को अंदर जाने नहीं दिया. उनलोगों के साथ मारपीट की गयी. पुलिस ने भी बदमाशों को ना पकड़कर पीड़ितों को पकड़ लिया. मामले से राज्य नेतृत्व को अवगत कराया जायेगा.
गिरफ्तार दोनों पंचायत सदस्यों के नाम जगत चंद्र बर्मन व नजमल हुसैन है.
17 सीटों वाले देवानहाट ग्राम पंचायत के बोर्ड गठन के समय 9 सदस्यों के साथ तृणमूल मदर ने प्रधान के पद पर कब्जा कर लिया. इसके बाद से इलाके में तनाव छाने लगा. इलाके में कई मकानों में आगजनी की गयी. घटना में तृणमूल मदर गुट के कई कार्यकर्ता के खिलाफ आरोप लगे. सभी आरोपित घटना के बाद से भूमिगत हो गये थे. शुक्रवार को उपसमिति गठन के बैठक में पहुंचते ही लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया.