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अत्रेयी नदी में डूबे बालक का अबतक पता नहीं, स्थानीय लोगों का भड़का गुस्सा, सड़क जाम कर किया विरोध-प्रदर्शन
बालुरघाट : एक दिन बाद भी अत्रेयी नदी में डूबे बालक की बरामदगी नहीं हुई है. इसको लेकर स्थानीय लोगों में रोष है. इन लोगों ने प्रशासन पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाया है. इसी को लेकर रविवार सुबह काफी संख्या में स्थानीय लोग सड़क पर उतरे. बालुरघाट के मोहितनगर इलाके में इन लोगों ने […]
बालुरघाट : एक दिन बाद भी अत्रेयी नदी में डूबे बालक की बरामदगी नहीं हुई है. इसको लेकर स्थानीय लोगों में रोष है. इन लोगों ने प्रशासन पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाया है. इसी को लेकर रविवार सुबह काफी संख्या में स्थानीय लोग सड़क पर उतरे. बालुरघाट के मोहितनगर इलाके में इन लोगों ने सड़क जाम कर दिया.
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बुलानी पड़ी. पुलिस के हस्तक्षेप से सड़क जाम तो खत्म करा दिया गया, लेकिन पूरे इलाके की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. परिस्थिति पर नजर रखने के लिए मोहितनगर इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. मिली जानकारी के अनुसार बालुरघाट माहीनगर हाजीपुर के रहने वाले अर्जुन हजाम का नौ वर्षीय बेटा देव हजाम अत्रेयी नदी में डूब गया है. शनिवार को वह अपने जीजा के साथ अत्रेयी नदी नहाने गया था.
इसी दौरान वह कब नदी में डूब गया, कुछ भी पता नहीं चला. उसकी काफी तलाश की गई. बाद में इसकी सूचना पुलिस को दी गई. बालुरघाट पुलिस बालक की खोज में लगी हुई है. गोताखोर को भी तलाशी अभियान में लगाया गया है. स्थानीय लोग भी तलाशी कर रहे हैं. रविवार सुबह तक उस बालक का कोई पता नहीं चला. उसके बाद ही परिवार के लोग तथा स्थानीय लोग भड़क गये. यह सभी प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे. यहां तक कि सड़क जाम भी कर दिया. सड़क जाम खत्म कराने पहुंची पुलिस को भी स्थानीय लोगों के रोष का शिकार होना पड़ा.
इस बीच, लापता बालक के चाचा नगीन हजाम ने कहा है कि प्रशासन की ओर से तलाशी अभियान में ढिलाई बरती जा रही है. मात्र चार लोगों को काम पर लगाया गया है. काफी मिन्नत के बाद आज जाल की व्यवस्था की गई. जो गोताखोर लगाये गये हैं, वह भी प्रशिक्षित नहीं हैं. वही लोग बीएसएफ से गोताखोर मंगाने की सलाह परिवार वालों को दे रहे हैं. उनकी सलाह पर प्रशासन से बीएसएफ से प्रशिक्षित गोताखोर मंगाने की अपील की गई. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारी इस अपील पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
दूसरी ओर स्थानीय डांगा ग्राम पंचायत प्रधान मल्लिका कर्मकार ने कहा है कि रविवार सुबह से ही पुलिस तथा स्थानीय लोगों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने भी प्रशासन पर तलाशी अभियान में निष्क्रियता बरतने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब इस मामले में बीडीओ से बातचीत की गई, तो उन्होंने चार लोगों को तलाशी अभियान में भेजने की बात कही. पंचायत प्रधान ने भी बीएसएफ से गोताखोर मंगाने की मांग की है.
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