पंचायत प्रधान को थप्पड़ जड़ने का मामला गरमाया, आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से समर्थक नाराज

सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (तृकां) में गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही. जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसी सप्ताह 29 अक्टूबर यानी सोमवार को उत्तर बंगाल के दौर पर कूचबिहार आ रही हैं. इसके बावजूद तृणमूल में गुटबाजी चरम पर है. इसबार यह गुटबाजी सिलीगुड़ी से सटे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2018 4:30 AM
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (तृकां) में गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही. जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसी सप्ताह 29 अक्टूबर यानी सोमवार को उत्तर बंगाल के दौर पर कूचबिहार आ रही हैं. इसके बावजूद तृणमूल में गुटबाजी चरम पर है. इसबार यह गुटबाजी सिलीगुड़ी से सटे फूलबाड़ी-01 नंबर ग्राम पंचायत के तृणमूल अंचल में सामने आयी है.
तृकां के स्थानीय कद्दावर नेता सह पूर्व प‍ंचायत प्रधान तपन सिंहा को पार्टी के ही विरोधी गुट द्वारा सरेआम थप्पड़ जड़ने का मामला सामने आया है. श्री सिंहा को थप्पड़ पार्टी के कुछ नये कार्यकर्ताओं ने बीते 14 अक्टूबर यानी रविवार को दार्जिलिंग जिला अध्यक्ष सह पर्यटन मंत्री गौतम देव की मौजूदगी में जड़ा था.
इस दिन श्री देव एनजेपी इलाके के अंबिका नगर स्थित एक भवन में फूलबाड़ी-01 नंबर तृकां अंचल कमेटी के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जरुरी बैठक कर रहे थे. श्री सिंहा मंच पर मंत्री के ठीक पास वाली कुर्सी पर ही विराजमान थे. इसी दौरान विरोधी गुट के कुछ नये कार्यकर्ताओं ने श्री सिंहा को ताबड़-तोड़ कई थप्पड़ जड़कर चेहरा लाल कर दिया. इतना ही नहीं आरोप यह भी है कि बैठक की समाप्ती के बाद जब वह घर लौट रहे थे तो रास्ते में उन्हें धक्का मारकर बाइक से भी गिरा दिया गया था.
इस वारदात के बाद उन्होंने विरुद्ध एनजेपी थाना में नामजद एफआइआर भी करवायी थी. इस वारदात के बाद तपन के विरोधी गुट चुटकी के समर्थक कार्यकर्ताओं पर दोष मढ़ रहे हैं.वारदात के 12 दिन बीत जाने और लिखित शिकायत के बावजूद एनजेपी थाना की पुलिस द्वारा अब-तक आरोपियों के विरुद्ध कोई कार्रवायी न किये जाने के विरोध में शुक्रवार को तपन गुट के कार्यकर्ताओं द्वारा फूलबाड़ी व एनजेपी के कई इलाकों में दिवारों पर पोस्टर चिपकायें गये हैं.
ऐस पोस्टर अंबिकानगर, हरिपुर व अन्य कई जगहों पर देखे गये हैं. पोस्टररिंग में तपन गुट द्वारा विरोधी गुट के पांच कार्यकर्ताओं का नाम है. पोस्टर में साफ उल्लेख है कि तपन दा पर हमला मानछी ना, मानबो ना…, साथ ही हमलावरों के फरमान जारी कर, सतर्क रहने की खुली चेतावनी दी गयी है. पुलिस द्वारा हमलावरों को अब-तक गिरफ्तार न किये जाने के विरुद्ध भी आंदोलन करने की धमकी दी गयी है.
पर्यटन मंत्री की मौजूदगी में तपन सिंहा को जड़ा था थप्पड़ एनजेपी थाना में एफआइआर दायर होने के बाद भी कार्रवाई नहीं
तपन सिंहा को पोस्टरिंग की जानकारी नहीं
तपन सिंहा को ऐसी किसी तरह की पोस्टरिंग किये जाने की कोई जानकारी नहीं है. उनका कहना है कि यह पोस्टरिंग किसने और किसके निर्देश पर की है, इसकी भी उन्हें कोई जानकारी नहीं है. वारदात के बाद से अपने को लज्जित बोध कर रहे श्री सिंहा ने एनजेपी थाना की पुलिस पर सवाल खड़ा किया है. उनका कहना है कि वारदात व मामले के 12 दिन बीत जाने के बावजूद आरोपी हमलावर खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन पुलिस किसी भी आरोपी के गिरेहबान पर हाथ डालने से डर रही है.
मंत्री ने पहले ही की क्षमायाचना
तपन सिंहा पर हुए हमले की घटना पर 14 अक्टूबर को बैठक के दौरान ही मंत्री गौतम देव ने हाथ जोड़कर सबों से क्षमायाचना की थी और तहे दिल से माफी मांगी थी. साथ ही उन्होंने पार्टी में गुटबाजी जल्द खत्म करने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को जरुरी नसीहत भी दी थी. श्री देव ने सख्त शब्दों में सबों को चेतावनी देते हुए कहा था कि पार्टी में किसी भी तरह की गुटबाजी कतयी बर्दाश्त नहीं की जा सकती.

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