किसी भी नागरिक को उसके अधिकार से नहीं किया जाये वंचित, पूर्व छीटमहलवासियों को जल्द मिले पट्टा : सीएम
कूचबिहार : तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कूचबिहार पहुंचकर उत्सव नामक एसीयुक्त ऑडिटोरियम का लोकार्पण किया. सके बाद उन्होंने वहीं पर उच्च स्तरीय प्रशासनिक बैठक की. इसी बैठक में पूर्व छीटमहलवासियों का मसला सामने आया जिसमें उन्हें अभी तक जमीन का पट्टा नहीं मिलने की बात सामने आयी तो मुख्यमंत्री […]
कूचबिहार : तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कूचबिहार पहुंचकर उत्सव नामक एसीयुक्त ऑडिटोरियम का लोकार्पण किया. सके बाद उन्होंने वहीं पर उच्च स्तरीय प्रशासनिक बैठक की. इसी बैठक में पूर्व छीटमहलवासियों का मसला सामने आया जिसमें उन्हें अभी तक जमीन का पट्टा नहीं मिलने की बात सामने आयी तो मुख्यमंत्री ने सख्ती से कहा कि किसी भी नागरिक को उसके अधिकारों से वंचित नहीं किया जाये.
उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से इस बारे में जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिये. आज की बैठक में उत्तरबंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष, पर्यटन मंत्री गौतम देव, वनमंत्री विनयकृष्ण बर्मन, सांसद पार्थ प्रतिम राय, जलपाईगुड़ी से सांसद विजय चंद्र बर्मन और अन्य विधायक और अधिकारियों की मौजूदगी रही. बैठक में उन उद्योगपतियों के मसले पर भी चर्चा हुई जिसमें उन्हें एक साल पहले जमीन के लीज के लिये राशि जमा करने के बावजूद उन्हें लीज के कागजात या लीज डीड नहीं दिये गये हैं.
उल्लेखनीय है कि एक साल पहले जिले के 23 उद्योगपतियों ने औद्योगिक क्षेत्र चकचका में जमीन के लिये साढ़े पांच करोड़ रुपये जमा किये थे. लेकिन अभी तक डब्लूबीआइडीसी के कागजात को लेकर अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है. यह मसला मुख्यमंत्री के समक्ष जब उद्योगपतियों के संगठन कूचविहार डिस्ट्रिक्ट इंडस्ट्रियल वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने रखा तो मुख्यमंत्री ने जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिये.
वहीं, दीदी ने ग्रेटर कोचबिहार समर्थक जीसीपीए के आह्वान पर बिजली का बकाया डेढ़ करोड़ रुपए का भुगतान करने का आह्वान किया. जिले से विमान सेवा के बारे में सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने एयरपोर्ट के लिए बुनियादी ढांचे का काम समाप्त कर दिया है. अब विमान सेवा चालू करने का दायित्व केंद्र सरकार का है.
उल्लेखनीय है कि आज अपराह्न साढ़े तीन बजे मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर एमजेएन स्टेडियम में उतरा. वहां से वे सीधे सड़क मार्ग से कूचबिहार जिला प्रशासनिक कार्यालय पहुंचीं. उसके बाद समीप ही बने ऑडिटोरियम में उन्होंने बैठक की.