बंगाल सफारी के लाडले ‘इका’ की हुई मौत

सिलीगुड़ी : दो महीने पहले मुख्यमंत्री ने बड़े प्यार से सिलीगुड़ी के बंगाल सफारी पार्क में जन्मे तीन बाघ शावकों को किका, रिका और इका नाम दिया था. इनमें से इका की मौत हो गयी है. इस घटना से बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन शोकाहत है. इका का पोस्टमार्टम कराने के बाद मंगलवार शाम उसका अंतिम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2018 2:42 AM
सिलीगुड़ी : दो महीने पहले मुख्यमंत्री ने बड़े प्यार से सिलीगुड़ी के बंगाल सफारी पार्क में जन्मे तीन बाघ शावकों को किका, रिका और इका नाम दिया था. इनमें से इका की मौत हो गयी है. इस घटना से बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन शोकाहत है. इका का पोस्टमार्टम कराने के बाद मंगलवार शाम उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है. मुख्यमंत्री के सपनों की परियोजना में यह घटना ऐसे समय घटी है जब वह उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं.
उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी के सालूगाड़ा स्थित बंगाल सफारी की शोभा बढ़ाने के लिए ओड़िशा के नंदनकानन जैविक उद्यान (चिड़ियाघर) से रॉयल बंगाल टाइगर का जोड़ा लाया गया था. यहां आने के बाद बाघ स्नेहाशीष व बाघिन शीला के बीच प्रेम संबंध प्रगाढ़ हुए और करीब छह महीना पहले शीला ने तीन शावकों को जन्म दिया. इनमें से एक शावक सफेद है. बता दें कि ओड़िशा के नंदनकानन का विशेष आकर्षण सफेद रॉयल बंगाल टाइगर ही है.
बंगाल सफारी पार्क में तीन शावकों के जन्म पर पार्क प्रबंधन सहित राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी खुश थीं. दो रॉयल बंगाल टाइगर के साथ उनके तीन नटखट शावकों को देखने के लिए पर्यटक भी काफी संख्या में पहुंच रहे थे. दो महीना पहले सुश्री बनर्जी ने ही तीनों शावकों का नामकरण किका, रिका व इका रखा था.
मंगलवार की सुबह इनमें से इका की मौत हो गयी. बंगाल सफारी प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार, हाल में ही खेलते समय इका के पैर में चोट लग गयी थी. उसके इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. जानकारी के मुताबिक तीनों शावक अपने माता-पिता के साथ ही रहते थे. इसलिए उनके पास तक जाना काफी मुश्किल था. इसके बावजूद इका का इलाज किया गया. पार्क के कर्मचारियों ने बताया कि शीला और स्नेहाशीष की तीसरी संतान इका था.
तीसरी संतान होने की वजह से इका पहले से ही अन्य दोनों के मुकाबले काफी कमजोर था. पैर में चोट लगने के बाद शीला भी उससे दूरी बनाकर चल रही थी. ऐसे में इका काफी अकेला महसूस करने लगा.इका की मौत के बाद शीला व स्नेहाशीष भी मर्माहत दिखे. दोनों बार-बार उसके शव की ओर आते और वापस चले जाते.
अन्य दो शावक भी इका के लिए परेशान रहे. बाद में चुपचाप इका के शव को बाहर निकाला गया. बंगाल सफारी पार्क के बायोलॉजिस्ट आदित्य मित्र ने बताया कि पैर में चोट लगने के बाद से इका काफी खामोश रहने लगा था. वैसे भी तीसरी संतान होने की वजह से वह कमजोर था. पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
इका की मौत से मुख्यमंत्री मर्माहत
कोलकाता : सिलीगुड़ी के बंगाल सफारी में मंगलवार की सुबह 9.30 बजे साढे पांच महीने की बाघिनी इका की मौत हो गयी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वयं इसका नामकरण किया था. बंगाल के ओपेन एयर जू की शीला नामक एक रायल बंगाल टाइगर ने तीन बच्चाें को जन्म दिया था. इसके जन्म के बाद चिड़ियाघर के अधिकारीयों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास इसे नामकरण करने के अनुरोध की संचिका भेजी गयी थी. इका की मौत से मुख्यमंत्री समेत बंगाल सफारी में आने वाले लोगों को काफी दुख हुआ है. यह सफारी बाघ और हाथियों के लिए प्रसिद्ध है.D

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