वार्ड- 41 में आइटीआइ के पास भीषण अग्निकांड, गैराज राख, तीन घर चपेट में आने से बाल-बाल बचे
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम के 41 नंबर वार्ड के ज्योति नगर में आइटीआइ के पास एक गैराज में शुक्रवार दोपहर आग लगने से हड़कंप मच गया. आग इतनी भयानक थी कि दमकल के चार इंजनों को उस पर काबू पाने में घंटों तक मशक्कत करनी पड़ी. तमाम कोशिशों के बाद भी गैराज का सब […]
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम के 41 नंबर वार्ड के ज्योति नगर में आइटीआइ के पास एक गैराज में शुक्रवार दोपहर आग लगने से हड़कंप मच गया. आग इतनी भयानक थी कि दमकल के चार इंजनों को उस पर काबू पाने में घंटों तक मशक्कत करनी पड़ी. तमाम कोशिशों के बाद भी गैराज का सब कुछ जलकर राख हो गया.
शहर में जाम के कारण दमकल को घटनास्थल पर पहुंचने में देर हुई. घटना में हुए नुकसान का आकलन अभी तक नहीं किया जा सका है. पुलिस और दमकल विभाग की ओर से मामले की जांच की जा रही है. गैराज की आग की चपेट में आने से तीन मकान बाल-बाल बचे. इस बीच घबराहट की वजह से आसपास के लोग अपने घरों से बाहर निकल आये.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, उन लोगों ने सुबह साढ़े ग्यारह बजे के करीब गैराज की छत से काला धुआं निकलते देखा. लोग कुछ समझ पाते कि उससे पहले आग की लपटें उठने लगीं. इसके बाद आग गैरेज से लगे तीन घरों की ओर बढ़ने लगी. घटना के संबंध में एक इलाकावासी पप्पू छेत्री ने बताया कि अग्निकांड के बाद इलाके के युवाओं ने ही बचाव का काम हाथ में लिया.
इसके बाद दमकल विभाग को सूचना दी गई. लोगों ने बताया कि शहर में बढ़ते जाम के चलते दमकल इंजन को आने में देर हो गयी. इस कारण आग ने भयावह रूप धारण कर लिया.
इस घटना में गैराज के साथ निर्माणाधीन एक बस को भी नुकसान हुआ है. गैराज के मालिक संतोष सूत्रधर ने बताया कि उनके गैराज के पीछे कोई पत्तों को जला रहा था. काला धुआं देखने के बाद वे लोग वहां खड़ी गाड़ियों को बाहर निकालने लगे. उन्होंने बताया कि उनके गैराज में अग्निशमन की व्यवस्था मौजूद है. इस घटना में हुए नुकसान का उन्हें भी कोई अंदाजा नहीं है.
घटना को लेकर डाबग्राम फायर स्टेशन के ओसी शुभ्रांश मजूमदार ने बताया कि घटना की खबर मिलते ही जब वे वहां पहुंचे तो आग भयानक रूप धारण कर चुकी थी. इसके बाद दमकल की चार गाड़ियों को काम पर लगाया गया. दमकलकर्मियों की घंटों की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. उन्होंने कहा कि उस गैराज में अग्निशमन की कोई व्यवस्था थी कि नहीं, अभी तक उनकी नजर में नहीं आया है. आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है. मामले की जांच चल रही है.