तृणमूल कर रही असम में अशांति की कोशिश : दिलीप
सिलीगुड़ी : असम में पांच बांग्लाभाषियों की हत्या की घटना के बाद वहां की सरकार आरोपियों को पकड़ने में अपनी पूरी शक्ति लगा रही है. वहीं बंगाल में दाड़ीभीट हत्याकांड के कई दिन बीत जाने के बाद भी राज्य सरकार अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. रविवार को सिलीगुड़ी के जलेश्वरी बाजार […]
सिलीगुड़ी : असम में पांच बांग्लाभाषियों की हत्या की घटना के बाद वहां की सरकार आरोपियों को पकड़ने में अपनी पूरी शक्ति लगा रही है. वहीं बंगाल में दाड़ीभीट हत्याकांड के कई दिन बीत जाने के बाद भी राज्य सरकार अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. रविवार को सिलीगुड़ी के जलेश्वरी बाजार में आयोजित भाजपा की जनसभा में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि बंगाल से लोगों को असम भेज कर वहां की परिस्थित विपरीत करने का प्रयास तृणमूल की ओर से किया जा रहा है.
दिलीप घोष रविवार को एनजेपी स्टेशन पर उतरने के बाद सीधे जलेश्वरी बाजार स्थित जनसभा स्थल पहुंचे. जहां उन्होंने राज्य सरकार की जमकर आलोचना किया. कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से मुखातिब होकर उन्होंने बताया कि असम में बांग्लाभाषियों की संख्या सीमित है. तृणमूल कांग्रेस चाहती है कि वहां लोगों पर अत्याचार हो और वह बंगाल में बैठकर राजनीतिक रोटी सेंके. उन्होंने बताया कि उत्तर दिनाजपुर में चोपड़ा से लेकर करणदिघी तक पिछले एक वर्षों से काफी उत्तेजित है. कई लोगों की हत्या भी हो चुकी है. इसमें तृणूल से लेकर भाजपा कार्यकर्ता तक शामिल हैं.
असम पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिदल पर उन्होंने कहा कि असमवासी शांति चाहते है. मगर तृणमूल जिस प्रकार की बयानबाजी कर रही है, उससे परिस्थिति और बिगड़ सकती है. उन्होंने तृणमूल पर असम की शांति भंग करने का आरोप लगाया. दिलीप घोष ने असम में एनआइए जांच का स्वागत किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले दिनों पंचायत चुनाव तथा दाड़ीभीट में हुई हत्याओं पर बंगाल में भी एनआइए जांच होनी चाहिए. अगर ऐसा हो तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा.