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ग्रामीणों ने एसडीओ को सौंपी दाड़ीभीट हाईस्कूल की चाबी
इस्लामपुर : आखिरकार प्रशासन के आग्रह के सामने नरम पड़ते हुए ग्रामीणों ने दाड़ीभीट हाईस्कूल की चाबी एसडीओ सौंप दी. इस दौरान बीडीओ, विधायक, भाजपा, कांग्रेस, सीपीएम के कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे. डेढ़ महीने से अधिक समय तक बंद रहने के बाद अब विद्यालय में जल्द ही पठन-पाठन शुरू होने की उम्मीद है. इसकी जिम्मेदारी […]
इस्लामपुर : आखिरकार प्रशासन के आग्रह के सामने नरम पड़ते हुए ग्रामीणों ने दाड़ीभीट हाईस्कूल की चाबी एसडीओ सौंप दी. इस दौरान बीडीओ, विधायक, भाजपा, कांग्रेस, सीपीएम के कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे. डेढ़ महीने से अधिक समय तक बंद रहने के बाद अब विद्यालय में जल्द ही पठन-पाठन शुरू होने की उम्मीद है.
इसकी जिम्मेदारी प्रभारी प्रधान शिक्षक अनिल मंडल को सौंपी गयी है. चाबी मिलने के बाद स्कूल खोला गया और शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भीतर प्रवेश किया. उन्होंने बिखरे और बर्बाद हुए कागज-पत्रों को दुरुस्त करने का काम शुरू किया. हालांकि ग्रामीण आंदोलन खत्म करने को राजी नहीं हुए हैं. स्कूल गेट से धरना जरूर हटा लिया गया है, पर वह मैदान के एक हिस्से में जारी रहेगा. ग्रामीणों और भाजपा के लोगों ने कहा कि मांगें नहीं माने जाने पर बड़ा आंदोलन किया जायेगा.
गोलीकांड में मारे गये दो युवकों को श्रद्धांजलि देने के लिए दीपावली की रात गांव में मोमबत्ती जुलूस निकाला गया था. उसी दिन ग्रामीणों ने छात्र-छात्राओं के भविष्य को देखते हुए स्कूल की चाबी प्रशासन को सौंपने का फैसला ले लिया था. उल्लेखनीय है कि गत 20 सितंबर को उर्दू शिक्षक नियुक्ति के विरोध में चल रहे प्रदर्शन पर गोलीबारी के दौरान दो युवकों की मौत हो गयी थी, जिसके बाद से यह स्कूल बंद था. जिस दाड़ीभीट हाइस्कूल में यह घटना घटी, वह उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर में है.
पूर्व-निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को एसडीओ के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम स्कूल गेट के सामने पहुंची तो ग्रामीणों ने विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए स्कूल की चाबी एसडीओ को सौंप दी. साथ ही उन्हें मांगपत्र भी सौंपा गया. आंदोलनरत ग्रामीणों का कहना है कि इसके बावजूद उनका आंदोलन जारी रहेगा. मृत दोनों युवकों का अंतिम संस्कार तब तक नहीं किया जायेगा जब तक राज्य सरकार गोलीकांड की जांच सीबीआइ से कराने की मांग नहीं मान लेती.
दोनों के शवों को कब्र में रखा गया है. एसडीओ को ज्ञापन सौंपते हुए आंदोलनकारियों ने गोलीकांड के लिए जिम्मेदार दोषियों की गिरफ्तारी और उन्हें कड़ी सजा दिलाने की मांग की है. इस सिलसिले में ‘झूठे’ मामलों में फंसाये गये लोगों को रिहा करने और पुलिस का अत्याचार बंद करने की भी मांग की गयी है.
इस्लामपुर के एसडीओ सुबह जब अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ स्कूल गेट के सामने हाजिर हुए तो उन्हें पहले ग्रामीणों के धरने का सामना करना पड़ा. समस्या के हल के लिए स्थानीय विधायक भी घटनास्थल पर पहुंचे. सुबह गेट के सामने दो-चार विद्यार्थी भी पहुंचे थे, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें वापस भेज दिया. आंदोलनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर गोलीकांड की जांच सीबीआइ से कराने जैसे नारे बुलंद किये. ज्ञापन में स्कूल के प्रधान शिक्षक और सहायक प्रधान शिक्षक की गिरफ्तारी की भी मांग की है. उल्लेखनीय है कि इन दोनों को राज्य सरकार निलंबित कर चुकी है.
एसडीओ ने कहा कि स्कूल खोल दिया गया है. जितनी जल्द हो सके वहां पढ़ाई-लिखाई शुरू करने का प्रयास किया जायेगा. आंदोलनकारियों की मांगें शीर्ष अधिकारियों तक प्रेषित कर दी गयी हैं. यह मामला अदालत में भी विचाराधीन है. इन मामलों में हम लोग कुछ नहीं कर सकते.
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