दिसंबर महीने से सिलीगुड़ी से रंगटंग तक चलेगी ट्वॉय ट्रेन

सिलीगुडी : दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) की खिलौना गाड़ी यानी ट्वॉय ट्रेन अपने सुनहरे सफर के 137 वर्ष पूरे कर चुकी है. यह ट्रेन एनजेपी से दार्जिलिंग के बीच चलती है. लेकिन बारिश के समय पटरी पर भू-स्खलन के कारण कई महीने यह सेवा बाधित रहती है. इसके अलावा सात घंटे का समय लगने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2018 4:21 AM
सिलीगुडी : दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) की खिलौना गाड़ी यानी ट्वॉय ट्रेन अपने सुनहरे सफर के 137 वर्ष पूरे कर चुकी है. यह ट्रेन एनजेपी से दार्जिलिंग के बीच चलती है. लेकिन बारिश के समय पटरी पर भू-स्खलन के कारण कई महीने यह सेवा बाधित रहती है. इसके अलावा सात घंटे का समय लगने के कारण हर कोई एनजेपी या सिलीगुड़ी जंक्शन से दार्जिलिंग तक नहीं जाना चाहता.
दार्जिलिंग से घूम तक ट्वॉय ट्रेन की जॉय राइड उपलब्ध है, लेकिन इस तरह की जॉय राइड सिलीगुड़ी से नहीं है. अब एनएफ रेलवे सिलीगुड़ी से भी जॉय राइड की तैयारी कर रहा है. पर्यटकों की मांग को देखते हुए रेलवे ने सिलीगुड़ी से रंगटंग तक ट्वॉय ट्रेन को जॉय राइड के रूप में चलाने की योजना बना ली है. यह जानकारी एनजेपी के एडीआरएम पार्थ सारथी राय ने दी.
उन्होंने कहा कि टूरिस्ट सीजन में एनजेपी-दार्जिलिंग ट्वाय ट्रेन के टिकट की बुकिंग फुल हो जाती है. इस वजह से बहुत से पर्यटकों को ट्वॉय ट्रेन का सफर करने का मौका नहीं मिलता है. ऐसे पर्यटकों को ट्वॉय ट्रेन के सफर का मजा मिल पाये, इसके लिए सिलीगुड़ी से रंगटंग तक ट्वॉय ट्रेन का परिचालन शुरू किया जायेगा. उन्होंने बताया कि दिसंबर से सिलीगुड़ी से रंगटांग ट्वॉय ट्रेन चलने लगेगी. इसकी पूरी तैयारी कर ली गयी है.
ट्वॉय ट्रेन सितंबर 1881 से दे रही है अपनी सेवा
दार्जिलिंग की ट्वॉय ट्रेन सितंबर 1881 से अपनी सेवा दे रही है. इसकी शुरुआत चायपत्ती की ढुलाई और यात्रियों के लिए हुई थी. बाद में आवागमन के अन्य साधन विकसित होने पर इन कामों के लिए ट्वॉय ट्रेन का इस्तेमाल बदं हो गया तो पर्यटकों के लिए इसे चलाया जाने लगा. 1999 में यूनेस्को ने दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे को वर्ल्ड हेरिटेज का दर्ज दिया.
एडीआरएम ने बताया कि अभी दार्जिलिंग ट्वॉय ट्रेन सुचारु रूप से चल रही है. मानसून के दौरान जहां-जहां रेलमार्ग क्षतिग्रस्त हुआ था, उसे पूरी तरह से ठीक कर लिया गया है. ट्वॉय ट्रेन में और ज्यादा एसी कोच लगाने की योजना है. जल्द ही नये कोच लग जायेगें. पर्यटकों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है.

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