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जलपाईगुड़ी : दो वर्षों से बंद चाय बागान को खोलने के लिए श्रमिकों ने शुरू किया अनशन, आमरण अनशन करने की दी चेतावनी

जलपाईगुड़ी : लगभग तीन सालों से बंद जलपाईगुड़ी के माल ब्लॉक के मानाबाड़ी चाय बागान को नये मालिक द्वारा खुलवाने की मांग को लेकर श्रमिकों ने अनशन शुरू किया. सोमवार से माल थाना के सामने श्रमिकों ने अनशन शुरू किया है. यह मंगलवार तक चलेगा. समस्या का निराकरण नहीं होने पर बुधवार से पुन: आमरण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 4, 2018 3:11 AM
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जलपाईगुड़ी : लगभग तीन सालों से बंद जलपाईगुड़ी के माल ब्लॉक के मानाबाड़ी चाय बागान को नये मालिक द्वारा खुलवाने की मांग को लेकर श्रमिकों ने अनशन शुरू किया. सोमवार से माल थाना के सामने श्रमिकों ने अनशन शुरू किया है. यह मंगलवार तक चलेगा. समस्या का निराकरण नहीं होने पर बुधवार से पुन: आमरण अनशन शुरू करने की चेतावनी दी गयी है.
तृणमूल तराई डुआर्स प्लांटेशन वर्कर्स यूनियन की ओर से 10 दिसंबर को राज्य सरकार द्वारा बुलाये गये त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा नहीं लेने का भी फैसला सुनाया गया है.
वर्षों से बंद रहने के बाद 2016 साल के 27 जुलाई को नये मालिक द्वारा मानाबाड़ी चाय बागान खुलवाया गया. लेकिन सिर्फ तीन महीने तक खुले रहने के बाद पूजा बोनस सहित अन्य परिसेवा का बकाया दिये बिना मालिक पक्ष ने 2016 के 8 अक्टूबर को बिना नोटिस के बागान छोड़कर चले गये. उसी समय से मानाबाड़ी चाय बागान बंद है. तृणमूल के टीडीपीडब्लूयू के माल ब्लॉक नेता पुलिन गोलदार ने बताया कि वर्तमान में इस चाय बागान के अनेक श्रमिक बाहरी राज्य में काम करने चले गये है.
कुछ लोग मजदूरी या नदी में पत्थर तोड़कर किसी तरह से परिवार पाल रहे है. लेकिन श्रमिकों को पूजा बोनस, बकाया मजदूरी, ग्रेच्यूटी, पीएफ, जलावन, शिक्षा व स्वास्थ्य कोई सुविधा मालिक ने नहीं दिया है. दिसंबर महीने के 10 तारीख को कोलकाता के श्रम विभाग में त्रिपक्षीय बैठक बुलाया गया है.
लेकिन जिस मालिक को बागान खोलने में कोई रुची नहीं है, श्रमिक नहीं चाहते है की वह मालिक दोबारा बागान खोले. श्री गोलदार ने बताया कि बागान का लीज रद्द करके पुराने मालिक को हटाने की मांग रखी गयी है. उन्होंने कहा कि बुधवार तक सरकारी आश्वासन नहीं मिल जाते तो आमरण अनशन किया जायेगा.
माल महकमा श्रम विभाग के सहकारी श्रम अधिकारी अर्थर होरो ने बताया कि सरकारी तौर पर कई बार त्रिपक्षीय व द्विपक्षीय बैठक की गयी है. बैठकों में मालिक पक्ष से कोई नहीं आया. इससे बैठक असफल रही है. आज की मांग से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. उल्लेखनीय है कि इस चाय बागान में स्थायी व अस्थायी मिलाकर 750 श्रमिक है.
उन्हें सरकारी तौर पर चावल, आटा व अन्य राशन के साथ स्वास्थ्य परिसेवा दिया जा रहा है. साथ ही फाउलाई के अंतर्गत मासिक डेढ़ हजार रुपए आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाता है. मानाबाड़ी चाय बागान टोडी टी कंपनी की है. यह बागान इंडियन टी प्लांटर्स एसोसिएशन का सदस्य है. संगठन के मुख्य सलाहकार अमृतांशु चक्रवर्ती ने बताया कि बागान खोलने के लिए हर प्रकार से प्रयास किया जा रहा है. लेकिन श्रमिक व श्रमिक यूनियनों को भी समझना होगा. मालिकपक्ष को भी आना चाहिए.

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