सिलीगुड़ी : ठंड में बंगाल सफारी पार्क होगा गुलजार

सिलीगुड़ी : ठंड के मौसम में बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन ने पर्यटक व वन्यप्राण प्रेमियों को एक तोहफा देने की योजना बनायी है. बंगाल सफारी के पूरे रॉयल परिवार को एक साथ देखने का अनुभव पर्यटक ले सकते हैं. बड़ा दिन व नये वर्ष के उपलक्ष्य में बंगाल सफारी पार्क के रॉयल परिवार शीला, स्नेहाशीष, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2018 6:21 AM
सिलीगुड़ी : ठंड के मौसम में बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन ने पर्यटक व वन्यप्राण प्रेमियों को एक तोहफा देने की योजना बनायी है. बंगाल सफारी के पूरे रॉयल परिवार को एक साथ देखने का अनुभव पर्यटक ले सकते हैं.
बड़ा दिन व नये वर्ष के उपलक्ष्य में बंगाल सफारी पार्क के रॉयल परिवार शीला, स्नेहाशीष, कीका व रिका को एक साथ देखने का अनुभव प्राप्त होगा. इसकी खबर फैलते ही पर्यटकों में उत्साह है. बड़ा दिन व नये वर्ष की शुरूआत के दिनों में बुंकिग शुरू हो गयी है. योजना को सफल बनाने के लिए बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन ने भी पूरा जोर लगाया है.
यहां बता दें कि रॉयल परिवार को पहले ही इनक्लोजर में रखने का निर्णय लिया गया था. इसी बीच एक शावक इका की मौत हो गयी. इका की मौत के बाद से रॉयल परिवार के दो नन्हें शावकों पर पार्क प्रबंधन ने निगरानी बढ़ा दी. सात महीना पूरा होने के बाद प्रकृति व वातावरण से मोल-जोल के लिए दोनों को इन्क्लोजर में माता-पिता के साथ छोड़ने का निर्णय लिया गया.
इस पार्क को देश का सबसे बड़ा सफारी पार्क बनाने की कोशिश की जा रही है. हाथी, हिरण, सांबा, गैंडा, घड़ियाल, तेंदुआ, रॉयल बंगाल टाइगर सहित कई पक्षियों व जानवरों से सजाया गया है. हिमालयन ब्लैक बीयर को भी लाने की तैयारी जारी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते 30 दिसंबर वर्ष 2016 को ओडिसा के नंदनकानन पार्क से शीला व स्नेहाशीष को बंगाल सफारी पार्क में लाया गया था. इनसे पहले ही जमशेदपुर जूलॉजिकल पार्क से विवान को यहां लाया गया था. स्नेहाशीष व शीला ने बीते 11 मई को तीन मादा शावकों को जन्म को दिया. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़े ही स्नेह से तीनों का नाम किका, रिका व इका रखा था.
नामकरण के दो महीने बाद ही पैर में चोट लगने से इका की मौत हो गयी. इसके बाद अब जा कर बंगाल सफारी पार्क प्रबंधन ने रॉयल बंगाल टाइगर के पूरे परिवार स्नेहाशीष, शीला व उनके दो शावकों किका व रिका को एक साथ इनक्लोजर में छोड़ने का निर्णय लिया है.
इस संबंध में बंगाल सफारी सह दार्जिलिंग के पद्मजा नायडू जूलॉजिकल पार्क के निदेशक राजेंद्र जाखर ने बताया कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह से नये वर्ष की शुरूआत में पूरे रॉयल परिवार को पर्यटक व वन्यप्राण प्रेमियों के लिए इनक्लोजर में एक साथ छोड़ने का निर्णय लिया गया है. किका व रिका भी सात माह के हो चुके हैं. प्रकृति व वातावरण से उनका मेल-जोल भी आवश्यक है.
पूरे रॉयल परिवार को एक साथ देखने के अनुभव के लिए पर्यटक व वन्यप्राण प्रेमी भी काफी उत्साही हैं. पहले विवान, शीला, किका, रिका को इनक्लोजर में छोड़ा जायेगा. स्नेहाशीष को प्रजनन के लिए दिसंबर महीने के अंत तक कोलकाता के अलीपुर जूलॉजिकल गॉर्डन ले जाया जायेगा. प्रजनन के बाद फिर से उसे यहां वापस लाया जायेगा.

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