सिलीगुड़ी : सीआइआइ उत्तर बंगाल और वेस्ट बंगाल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की संयुक्त पहल, उत्तर बंगाल में होगा 2700 करोड़ का निवेश

सिलीगुड़ी : राज्य सरकार के प्रयास से उत्तर बंगाल में लगभग 2700 करोड़ रुपये का नया निवेश होगा. इसे छोड़ भी दें, तो उत्तर बंगाल के औद्योगिक विकास के लिए 823.95 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है और 971.98 करोड़ रुपये निवेश की योजना चल रही है. यह कहना है ममता सरकार में वित्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2018 7:12 AM
सिलीगुड़ी : राज्य सरकार के प्रयास से उत्तर बंगाल में लगभग 2700 करोड़ रुपये का नया निवेश होगा. इसे छोड़ भी दें, तो उत्तर बंगाल के औद्योगिक विकास के लिए 823.95 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है और 971.98 करोड़ रुपये निवेश की योजना चल रही है. यह कहना है ममता सरकार में वित्त मंत्री डॉ अमित मित्रा का.
वह शुक्रवार को सीआइआइ उत्तर बंगाल और वेस्ट बंगाल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (डब्ल्यूआइडीसी) की संयुक्त पहल पर सिलीगुड़ी के माटीगाड़ा स्थित एक होटल में आयोजित छठे नॉर्थ बंगाल कॉनक्लेव के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे.
इससे पहले मंत्री ने दीप जलाकर कॉनक्लेव का शुभारंभ किया. इस अवसर पर उनके साथ सीआइआइ उत्तर बंगाल के चेयरमैन कमल किशोर तेवारी, वाइस चेयरमैन आनंद कुमार अग्रवाल, पूर्व चेयरमैन नरेश अग्रवाल व इस्ट एंड नॉर्थ-इस्ट की रिजनल डायरेक्टर नीता कर्मकार ने भी संयुक्त रूप से दीप जलाया.
कॉनक्लेव को संबोधित करते हुए डॉ मित्रा ने कहा कि बंगाल में उद्योग और कल-कारखानों को विकसित करने के लिए ममता सरकार काफी गंभीर है. मुख्यमंत्री की पहल पर ही उत्तर बंगाल में नया निवेश हो रहा है.
उत्तर बंगाल में उद्योग को और विकसित किये जाने की काफी संभावनाएं हैं. नये निवेशकों को खाद्य प्रसंस्करण, चाय उद्योग, मछली का चारा, फार्मा, टेक्सटाइल, कोल्ड स्टोरेज, प्लास्टिक प्रोसेसिंग जैसे उद्योगों में पूंजी लगाने के लिए प्रेरित करने के लिए राज्य सरकार पहल कर रही है.
डॉ मित्रा ने कहा कि इंडस्ट्रियल पार्क के जरिये अपना कारोबार और विकसित करने की उम्मीद प्राइवेट सेक्टर में जगी है. फिलहाल एसएआइपी के अंतर्गत जलपाईगुड़ी और दक्षिण दिनाजपुर में इंडस्ट्रियल पार्क विकसित हो रहा है. इसके अलावा दक्षिण दिनाजपुर, मालदा, दार्जिलिंग व कालिम्पोंग में भी इंडस्ट्रियल पार्क विकसित करने की योजना सरकार की है.
इस मौके पर सीआइआइ के चेयरमैन कमल किशोर तेवारी ने भी अपने संबोधन में उत्तर बंगाल में उद्योग को और विकसित करने ए‍वं निवेशकों को प्रेरित करने के लिए कई प्रस्ताव मंत्री के सामने रखे. डब्ल्यूआइडीसी की मैनेजिंग डायरेक्टर वंदना यादव ने भी कॉनक्लेव को स‍ंबोधित किया.
कॉनक्लेव में उत्तर बंगाल के आठों जिलों, सिक्किम के अलावा पड़ोसी देशों बांग्लादेश, भूटान, नेपाल के निवेशकों ने भी शिरकत की. सभी ने बिजनेस टू बिजनेस (बी टू बी) और बिजनेस टू गवर्नमेंट (बी टू जी) मीटिंग की. कॉनक्लेव में कई संबंधित विभागों के आला अधिकारियों के अलावा भारी तादाद में उद्योगपतियों व कारोबारियों ने शिरकत की.

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