दार्जिलिंग : भाजपा जिला नेतृत्व अहलुवालिया के पक्ष में नहीं
दार्जिलिंग : भाजपा की दार्जिलिंग जिला कमेटी आगामी लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग संसदीय क्षेत्र से मौजूदा केंद्रीय राज्य मंत्री एसएस अहलुवालिया को टिकट देने के पक्ष में नहीं है. उसने किसी भूमि-पुत्र को उम्मीदवार बनाये जाने की मांग की है. 2019 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव को लेकर चिंतन-मनन करने के लिए दो दिवसीय […]
दार्जिलिंग : भाजपा की दार्जिलिंग जिला कमेटी आगामी लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग संसदीय क्षेत्र से मौजूदा केंद्रीय राज्य मंत्री एसएस अहलुवालिया को टिकट देने के पक्ष में नहीं है. उसने किसी भूमि-पुत्र को उम्मीदवार बनाये जाने की मांग की है. 2019 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव को लेकर चिंतन-मनन करने के लिए दो दिवसीय बैठक बुलायी गयी है, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित कई केन्द्रीय नेता उपस्थित रहेंगे. शनिवार को यह जानकारी भाजपा के दार्जिलिंग हिल जिलाध्यक्ष मनोज देवान ने दी.
टेलीफोन पर हुई बातचीत में मनोज देवान ने बताया कि आगामी 11 और 12 जनवरी को पार्टी आलाकमान ने लोकसभा चुनाव पर चर्चा के लिए दो दिवसीय बैठक बुलायी है.
इस दौरान दार्जिलिंग जिला कमेटी के पक्ष से हमलोग दार्जिलिंग लोकसभा सीट के लिए भूमि-पुत्र उम्मीदवार दिये जाने की मांग करेंगे. यह दार्जिलिंग के मतदाताओं द्वारा भूमि-पुत्र पर जोर देने का नतीजा है. इस बात की जानकारी हम लोगों ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को भी दी है. पिछले 22 दिसंबर को हम लोग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय को भी इसकी जानकारी दे चुके हैं.
एक प्रश्न के जवाब में जिलाध्यक्ष ने कहा कि पिछले 22 दिसंबर को मेरे नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करके दार्जिलिंग के मतदाताओं की भूमि-पुत्र संबंधी भावना की जानकारी दे दी है. जिलाध्यक्ष ने बताया कि अमित शाह ने दार्जिलिंगवासियों की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया है.
उन्होंने कहा कि हमलोगों ने पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय से भी मुलाकात की है. करीब आधे घंटे से अधिक समय तक चली बातचीत के बाद महामंत्री विजयवर्गीय ने दार्जिलिंग के बारे में विचार करने का आश्वासन दिया है.
भूमि-पुत्र उम्मीदवारों की रेस में कौन-कौन शामिल हैं, इस प्रश्न के उत्तर में श्री देवान ने बताया कि तीन से चार लोग इस दौड़ में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि सभी नाम हम आलाकमान को सौंपेंगे. 2014 के लोकसभा चुनाव में केन्द्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी. इसके बावजूद भाजपा पर दार्जिलिंग और दार्जिलिंगवासियों के लिये कुछ काम नहीं करने का आरोप स्थानीय राजनैतिक दलों के नेताओं ने लगाये हैं.