सिलीगुड़ी : विकास के लिए पहाड़ पर जीटीए चुनाव जरूरी : विनय

चुनाव होने से ही बढ़ेगी जीटीए की ताकत लोकसभा चुनाव में भाजपा का नहीं करेंगे कभी समर्थन सिलीगुड़ी : पहाड़ के चहुमुखी विकास के लिए जीटीए का चुनाव होना काफी जरुरी है. जल्द चुनाव के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कई बार वह गुहार भी लगा चुके हैं. एक बार फिर सीएम से चुनाव कराने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2019 9:16 AM
चुनाव होने से ही बढ़ेगी जीटीए की ताकत
लोकसभा चुनाव में भाजपा का नहीं करेंगे कभी समर्थन
सिलीगुड़ी : पहाड़ के चहुमुखी विकास के लिए जीटीए का चुनाव होना काफी जरुरी है. जल्द चुनाव के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कई बार वह गुहार भी लगा चुके हैं. एक बार फिर सीएम से चुनाव कराने की मांग की गयी है. यह कहना है गोर्खा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) सुप्रीमो सह जीटीए के कार्यवाहक चेयरमैन विनय तमांग का. वह शनिवार को सिलीगुड़ी के दागापुर स्थित पिंटेल विलेज में मीडिया को संबोधित कर रहे थे.
श्री तमांग ने कहा कि जीटीए के ताकतवर होने से ही पहाड़ पर दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र व कालिम्पोंग जिला का विकास संभव है.
स्वभाविक है चुनाव होने से ही जीटीए की ताकत बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि वह खुद अपने स्तर पर कई बार सीएम से चुनाव कराने की बात कर चुके हैं. फिलहाल राज्य सरकार के सीधे हस्तक्षेप से पहाड़ के दोनों जिले व सभी सब-डिवीजन, प्रखंड व हरेक गांव-कस्बों में विकास कार्य हो रहा है.
अगर जीटीए का चुनाव होता है तो जनप्रतिनिधियों द्वारा पहाड़ का और अधिक विकास होगा. साथ ही गोर्खाओं के सभी समुदाय व अन्य समस्त समुदाय का भी विकास होगा. मीडिया के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जीटीए चुनाव का पूरा मामला राज्य सरकार के अधीन है. चुनाव कब होगा यह आप लोग सीएम साहिबा से ही पूछें. वह 22 जनवरी को सिलीगुड़ी आ रही हैं. उसी दौरान आप लोग उनसे यह सवाल सीधे करें तो ज्यादा अच्छा होगा.
विनय तमांग ने अपना राजनैतिक तेवर दिखाते हुए कहा कि अब पहाड़ की भोले-भाले गोर्खाओं व अन्य पहाड़वासियों को बहकाना आसान नहीं है. अब पहाड़वासी किसी के भी बहकावे में नहीं आयेंगे.
जो राजनैतिक पार्टियां पहाड़ की 11 विभिन्न गोर्खा जनजाति को संवैधानिक मान्यता दिलाने की लिखित रुप से बात करेगी और अलग राज्य गोर्खालैंड की बात करेगी, उसी के लिए गोजमुमो व पहाड़वासी समर्थन पर विचार करेंगे.
धोखेबाज भाजपा को तो किसी भी हाल में पहाड़वासी अब सपोर्ट नहीं करेंगे. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए हुए उन्होंने कहा कि गोजमुमो अब तृणमूल कांग्रेस के साथ लोकसभा चुनाव लड़ेगी या फिर भाजपा को छोड़कर अन्य किसी राजनैतिक पार्टी का दामन थामेगी, यह फिलहाल समय आने पर आप सबों को पता चल जायेगा. किसे मोर्चा सपोर्ट करेगी यह सबको पता चल जायेगा. अभी केवल लोकसभा चुनाव की तारीख का एलान का इंतजार है.

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