देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी अस्पताल का उद्घाटन आज
गंगतोक : दिल्ली स्थित एम्स के बाद देश के दूसरे और पूर्वोत्तर भारत के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल का सोमवार को उद्घाटन किया जा रहा है. सिक्किम की राजधानी गंगतोक के पास सोकेथांग में निर्मित इस बहु-विशेषज्ञता अस्पताल का उद्घाटन मुख्यमंत्री पवन चामलिंग करेंगे. इसी दौरान उस इलाके में सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय का भी मुख्यमंत्री […]
गंगतोक : दिल्ली स्थित एम्स के बाद देश के दूसरे और पूर्वोत्तर भारत के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल का सोमवार को उद्घाटन किया जा रहा है. सिक्किम की राजधानी गंगतोक के पास सोकेथांग में निर्मित इस बहु-विशेषज्ञता अस्पताल का उद्घाटन मुख्यमंत्री पवन चामलिंग करेंगे.
इसी दौरान उस इलाके में सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय का भी मुख्यमंत्री के हाथों शिलान्यास होगा, जो तीन साल में बनकर तैयार होगा. सरकारी स्वास्थ्य क्षेत्र में इस अस्पताल को राज्य की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है.
अस्पताल के बारे में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव विशाल चौहान ने बताया कि यह अस्पताल 68 हजार वर्गमीटर में फैला है. इसके निर्माण में 1281 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इस परिसर में पहले से ही आयुष अस्पताल और राज्य का पहला सरकारी नर्सिंग कॉलेज शुरू हो चुका है. अस्पताल में कुल 21 विभाग होंगे. सभी विभाग में विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध रहेंगे.
राज्य के बाहर कार्यरत सिक्किम के चिकित्सकों को वापस लाया गया है. लोक सेवा आयोग चिकित्सकों की नियुक्ति कर रहा है. पर्याप्त संख्या में नर्सों की नियुक्ति भी की गयी है. इस अस्तपताल में मानव संसाधन की कोई कमी नहीं होगी.
श्री चौहान ने बताया अस्पताल में मशीनों व उपकरणों को लगाने का काम लगभग खत्म हो चुका है. उद्घाटन के बाद एसटीएनएम अस्तपताल से कुछ उपकरण लाये जायेंगे, जिसमें पांच से दस दिन लग सकते हैं.
इसके बाद यह अस्पताल पूरी तरह काम करने लगेगा. मरीजों की सुविधा के लिए एसटीएनएम अस्पताल परिसर से रोज छह बसें सेवा देंगी. यह बस सेवा निःशुल्क होगी.
सिक्किमी छात्रों को एमबीबीएस की नि:शुल्क शिक्षा
राज्य के पहले सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि झांकरी फॉल में सरकारी आवास के पास चिकित्सा महाविद्यालय का शिलान्यास होगा. भवन व आवास विभाग द्वारा इसका निर्माण किया जायेगा.
निर्माण कार्य तीन साल में पूरा होगा. उन्होंने बताया कि इसके लिए एमसीआइ में एमडी डिग्री तक के लिए आवेदन किया गया था, जो लगभग स्वीकृत हो चुका है. इसमें सिक्किमी विद्यार्थियों को एमबीबीएस की शिक्षा निःशुल्क दी जायेगी.