सब्जी व्यापारियों ने हाट का किया बहिष्कार

नागराकाटा : नागराकाटा में शुक्रवार को लगनेवाले हाट को लेकर झमेला शुरु हो गया है. हाट में आये क्षुब्ध सब्जी व्यापारियों ने आज हाट बहिष्कार कर दिया. इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गयी है. नागराकाटा में सप्ताहिक हाट को लेकर कृषि मंडी में हाट लगता है. व्यापारी पास स्थित कृषि विभाग की जमीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2019 5:44 AM
नागराकाटा : नागराकाटा में शुक्रवार को लगनेवाले हाट को लेकर झमेला शुरु हो गया है. हाट में आये क्षुब्ध सब्जी व्यापारियों ने आज हाट बहिष्कार कर दिया. इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गयी है.
नागराकाटा में सप्ताहिक हाट को लेकर कृषि मंडी में हाट लगता है. व्यापारी पास स्थित कृषि विभाग की जमीन पर सब्जी बाजार लगाते हैं. लेकिन जब सुबह व्यापारी हाट करने के लिए बाजार पहुंचे तो वहां देखा कि हाट लगाने के स्थान की कृषि विभाग ने घेराबंदी कर दी है.
इसे देखते हुए क्षुब्द व्यापारियों ने विरोध करना शुरु कर दिया. उनलोगों का कहना था कि यदि इस तरह बाजार लगानेवाले जगह की घेराबंदी की जायेगी तो हम बाजार कहां लगाएंगे. बाजार में बिक्री करने के लिए लाये गये हरी सब्जी खराब हो जाएंगे.
जब तक हाट लगाने के लिए व्यापारियों को कोई जगह नहीं दिया जाता, जबतक हाट का बहिष्कार करने की धमकी व्यापारियों ने दिया. घटना को संभालने के लिए तत्काल नागराकाटा थाना ओसी घटनास्थल पर पहुंचकर व्यापारियों को हाट बहिष्कार निर्णय को वापस लेने के लिये समझाने का प्रयास करते रहे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इससे आगे भी व्यपारियों को कृषि विभाग की ओर से जगह खाली करने के लिए नोटिस दिया गया था., लेकिन व्यापारियों ने अनदेखी कर दिया था. पिछले सप्ताह से ही कृषि विभाग की ओर से तार से जगहों को घेरने का काम आरम्भ कर दिया था.
जिससे व्यापारी बाजार लगाने के लिए जमीन का प्रयोग ना कर पायें. लेकिन हाट बाजार के दिन इस तरह जगहों को तार से घिरा देखकर क्षुब्द हो गये. नागराकाटा कृषि विभाग प्राधिकरण अधिकारी गौतम भौमिक ने कहा कि इस तरह कृषि विभाग की जमीन पर हाट लगाने से विभाग को काफी असुविधायें हो रही थी.
व्यापारियों को पहले ही नोटिस देकर बाजार नहीं लगाने का निर्देश दिया गया. बाजार लगाने के लिए कृषि मंडी प्रयाप्त जगह है. व्यापारी वहां बजार लगायें. नागराकाटा प्रखंड अधिकारी स्मृता सुब्बा ने कहा कि जो समस्या उत्पन्न हो रहा है, उसे बैठक कर सुलझाए जाने की जरूरत है.

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