दार्जिलिंग : सिंतबर में होगा जीटीए चुनाव : विनय
दार्जिलिंग : दार्जिलिंग के जीटीए सचिवालय लाल कोठी में बुधवार को चेयरमैन विनय तमांग ने कहा कि जीटीए चुनाव हर हाल में सितंबर में होगा. वे बुधवार को लाल कोठी सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अगले कुछ माह में लोकसभा चुनाव होने वाला है. इसलिये लोकसभा चुनाव के बाद […]
दार्जिलिंग : दार्जिलिंग के जीटीए सचिवालय लाल कोठी में बुधवार को चेयरमैन विनय तमांग ने कहा कि जीटीए चुनाव हर हाल में सितंबर में होगा. वे बुधवार को लाल कोठी सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अगले कुछ माह में लोकसभा चुनाव होने वाला है. इसलिये लोकसभा चुनाव के बाद जीटीए का चुनाव कराया जायेगा. हालांकि उन्होंने कहा कि जीटीए चुनाव से पहले जीटीए समझौते पर पुनर्विचार किया जायेगा.
श्री तमांग ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा की एनडीए सरकार को हटाने के लिये तीसरे मोर्चे का गठन किया जा चुका है, जिसमें गोजमुमो भी शामिल है. कुछ माह पहले गोजमुमो प्रतिनिधिमंडल ने कोलकाता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मुलाकात करके गोरखा की जातीय पहचान और राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में बातचीत हुयी थी.
उस बातचीत के बाद गोजमुमो के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हरी झंडी दी थी. तृणमूल की सरकार ने पिछले 19 जनवरी को कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में यूनाटेड इंडिया के नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. जिसमें देश के 22 राजनीतिक दलों के नेतृत्व ने हिस्सा लिया था. उस दौरान गोजमुमो की ओर से चंद्रबाबू नायडू को आठ सूत्री मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा गया था. जिसमें गोरखा के जातीय पहचान, राष्ट्रीय सुरक्षा व गोरखा समुदाय के 11 जाति-गोष्ठियों को जनजाति में शामिल करने, नेपाली भाषी गोरखा एवं नेपालियों को अल्पसंख्यक का दर्जा देने.
सदियों से निवास करते आ रहे चाय श्रमिक व सिंकोना श्रमिकों को घर जमीन के लिये पट्टा देना आदि शामिल है. उन्होंने बताया कि गोजमुमो के ज्ञापन पत्र को देखकर चंद्रबाबू नायडू और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी खूब प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में तीसरा मोर्चा के चुनावी घोषणापत्र में गोरखाओं के इन विषयों को समाहित किया जायेगा.
श्री तमांग ने कहा कि पिछले 22 जनवरी को स्थानीय रीचमाउंट हिल सरकारी अतिथि गृह में गोजमुमो प्रतिनिधिमंडल और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुयी थी, जिसमें होने वाले लोकसभा चुनाव से लेकर अन्य विषयों पर गहन चर्चा-परिचर्चा की गयी. उस दौरान दार्जिलिंग नगरपालिका कॉपरेशन बनाने, सिलीगुड़ी के माटिगाड़ा स्थित पहाड़ी भवन को जीटीए को हस्तांतरण करने आदि विषयों पर चर्चा हुआ.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहाड़ी भवन को जीटीए को हस्तान्तरण किया है, जो आगामी कुछ ही सप्ताह के भीतर उसका उदघाटन किया जायेगा. इसी तरह से दिल्ली के साकेत में जीटीए की जमीन पर जीटीए ने गोर्खा वेलेफेयर भवन के निर्माण करने की तैयारी की है. जिसका डीपीआर भी तैयार किया जा चुका है. इसी तरह से दार्जिलिंग के चौरस्ता के सुन्दरीकरण करने के लिये जीटीए ने पहले चरण का कार्य शुरू कर चुका है.
जो आगामी अप्रैल माह में पूरा होने जा रहा है. काम के पूरा होते ही जनता और पयर्टकों के खोल दिया जायेगा. पिछले 23 जनवरी को दार्जिलिंग के चौरस्ता पर आयोजित नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जयंती समारोह को संबोधित करने के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गोर्खाओं के जातीय पहचान और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखकर स्थायी समाधान का काम किये जाने की घोषणा कर चुकी है.