जलपाईगुड़ी : जिला पर्यावरण मेला में दिया गया स्वच्छता का संदेश

जलपाईगुड़ी : पर्यावरण सुरक्षा और नदियों के प्रदूषण के प्रति आम लोगों में अलख जगाते हुए जिला पर्यावरण मेले का शुभारंभ हुआ. मंगलवार को शहर के सरोजदेव रायकत कला केंद्र में इस दो दिवसीय मेले का आगाज किया गया. मेले में लगे गैरसरकारी स्टॉलों के प्रतिनिधियों ने जिले की विभिन्न नदियों समेत प्लास्टिक के बढ़ते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2019 5:18 AM

जलपाईगुड़ी : पर्यावरण सुरक्षा और नदियों के प्रदूषण के प्रति आम लोगों में अलख जगाते हुए जिला पर्यावरण मेले का शुभारंभ हुआ. मंगलवार को शहर के सरोजदेव रायकत कला केंद्र में इस दो दिवसीय मेले का आगाज किया गया. मेले में लगे गैरसरकारी स्टॉलों के प्रतिनिधियों ने जिले की विभिन्न नदियों समेत प्लास्टिक के बढ़ते प्रदूषण के प्रति गंभीर चिंता जतायी.

अपने संबोधन में पश्चिमबंग प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के उत्तरबंगाल जोन के पर्यावरण मामलों के सहायक इंजीनियर अनिरुद्ध भट्टाचार्य ने बताया कि मार्च-अप्रैल में करला नदी का पानी कम होने से उसके पानी में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है. इससे करला जैसी नदियों का पानी प्रदूषित हो जाता है. इसके अलावा वर्ज्य पदार्थ के गिरने से भी ये नदियां प्रदूषित हो रही हैं.

उन्होंने कहा कि जलपाईगुड़ी नगरपालिका की कचरा प्रबंधन योजना वैज्ञानिक नहीं है. जबकि आने वाले समय में इलेक्ट्रॉनिक सामानों से जल प्रदूषण भयावह रुप ले सकता है. बोर्ड की ओर से उनका काम समय समय पर निर्देश जारी करना है.

लेकिन उन निर्देशों को लागू करना उनके वश में नहीं होता. मेले में स्कूली छात्र छात्राओं ने प्रदूषण विषय पर चित्रांकन प्रतियोगिता में भाग लिया. इसके पूर्व सुबह शहर में शोभायात्रा निकाली गयी. मेले में कृषि, बागवानी, सूचना-संस्कृति, वन विभाग, जिला उद्योग केंद्र के स्टॉल लगाये गये हैं. कई तरह के मॉडेल के जरिये पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया.

एडीएम जनरल सुनील अग्रवाल ने कहा कि आम नागरिक जल की कीमत को नहीं समझ रहे हैं. सुबह सुबह सरकारी नलों के नॉब खुले रहते हैं. इस तरह से पानी का अपचय होते रहता है जिसपर रोक जरूरी है. एडीएम विकास मलय हालदार ने बताया कि प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगाने के लिये हर वर्ग के लोगों को आगे आना होगा.
नदियों को स्वच्छ रखने के महत्व से लोगों को परिचित कराना होगा. जलपाईगुड़ी वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मृदुल कुमार ने बताया कि मोबाइल फोन की रेडियोधर्मिता के प्रति हमें और सजग रहने की जरूरत है. पौधरोपण के बाद उनकी सुरक्षा और बैटरियों के पानी को अलग रखने के उपायों पर विचार करना होगा. मेले में समाज व नदी बचाओ कमेटी का भी स्टॉल लगा है.
कमेटी के संयोजक संजीव चटर्जी ने बताया कि तस्वीरों के जरिये लोगों को करला नदी के प्रदूषण के प्रति सचेत किया जा रहा है. उन्होंने करला को प्रदूषित नदी घोषित कर उसके संरक्षण के लिये जरूरी कदम उठाने चाहिये. जलपाईगुड़ी साइंस एंड नेचर क्लब के कार्यकारी सदस्य दिलीप होड़ ने बताया कि शहर में पॉलीथिन कैरी बैग के उपयोग के खिलाफ लोगों को जागरुक किया जा रहा है.

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