दार्जिलिंग : मुंह बंद रखने से जीवित नहीं बचेगा लोकतंत्र: राई

दार्जिलिंग : मंगलवार को स्थानीय पार्टी कार्यालय में क्रामाकपा के केन्द्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद आरबी राई ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मुंह बंद रखने से गणतंत्र जीवित नहीं रह सकता. उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में रहने वाले गोर्खा एवं नेपाली बंगाल का नहीं, बल्कि भारत का नागरिक है. इसलिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2019 5:24 AM

दार्जिलिंग : मंगलवार को स्थानीय पार्टी कार्यालय में क्रामाकपा के केन्द्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद आरबी राई ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मुंह बंद रखने से गणतंत्र जीवित नहीं रह सकता. उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में रहने वाले गोर्खा एवं नेपाली बंगाल का नहीं, बल्कि भारत का नागरिक है. इसलिए देश के कोई भी नागरिक पर जब अन्याय और अत्याचार होता है तो उन लोगों को न्याय दिलाने का दायित्व भारत सरकार की होती है.

पिछले 2017 में दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में 104 दिनों तक गोरखालैंड के लिए आंदोलन हुआ था. उस दौरान कई आंदोलनकारी शहीद हो गये थे, लेकिन भारत सरकार ने दार्जिलिंगवासियों की दुख-दर्द को समझने का प्रयास नहीं किया. श्री राई ने कहा कि दार्जिलिंग की जनता क्या चाहती है, यह जानने की कोशिश भारत सरकार ने नहीं की और न ही कोई बातचीत करने की पहल की. दार्जिलिंगवासियों की मुंह बंद करने का प्रयास किया गया, लेकिन मुंह बंद करने से गणतंत्र जीवित नहीं रह सकता.
उन्होंने कहा कि गोर्खाओं ने संविधान के तहत गोर्खालैंड की मांग कर रहे हैं. देश आजादी की आन्दोलन से लेकर भारत-चीन की लड़ाई, भारत-पाकिस्तान की लड़ाई, बांग्लादेश की लड़ाई, यहां तक कि मुंबई में आतंकी हमला, देश के सीमाओं की सुरक्षा में अपना प्राण देते आ रहे हैं परंतु वहीं गोर्खाओं का अपना राज्य तक नहीं है.
इससे बड़ा दुर्भाग्य गोर्खाओं के लिए क्या हो सकती है. होने वाले लोकसभा चुनाव में क्रामाकपा की कार्य योजना क्या है, इस प्रश्न के जवाब में श्री राई ने कहा कि दार्जिलिंग लोकसभा सीट से पहाड़ की सभी राजनैतिक दल मिलकर उम्मीदवार खड़ा करने से गोर्खालैंड की मांग संसद में गूंजेगी.
इसके लिए पहाड़ के सभी राजनैतिक दलों को गोर्खालैंड समर्पित भूमि पुत्र को संयुक्त उम्मीदवार खड़ा करना होगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी राजनीतिक दलों से क्रामाकपा बातचीत करने का प्रयास कर रही है. यदि संयुक्त उम्मीदवार की बात नहीं बनी तो? के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो क्रामाकपा इस बारे में निश्चिम रूप से विचार करेगी.
उन्होंने कहा कि इन सभी विषयों को लेकर क्रामाकपा एक कमेटी गठित करेगी जो पहाड़वासियों की विचारों जानने की कोशिश करेगी. होने वाले लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग लोकसभा सीट से आप का नाम आ रहा है, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर मुझे दिलचस्पी नहीं है. यदि पार्टी ने आप का नाम घोषणा किया तो? इस प्रश्न के जवाब में अध्यक्ष राई ने कहा कि यदि पार्टी मेरा नाम घोषणा करती है तो मैं पार्टी के निर्देश का पालन करूंगा.

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