‘मौसम’ के बदलते ही दलबदल का दौर शुरू

बड़ी संख्या में तृणमूल में शामिल हो रहे विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता कांग्रेस, माकपा व भाजपा नेताओं ने किया खारिज, बताया कोरा चुनाव प्रचार मालदा : पूर्व कांग्रेसी सांसद मौसम नूर के तृणमूल में शामिल होने के बाद कांग्रेस सहित विभिन्न विरोधी दलों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में तृणमूल में शामिल हो रहे हैं. खासतौर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2019 12:54 AM

बड़ी संख्या में तृणमूल में शामिल हो रहे विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता

कांग्रेस, माकपा व भाजपा नेताओं ने किया खारिज, बताया कोरा चुनाव प्रचार

मालदा : पूर्व कांग्रेसी सांसद मौसम नूर के तृणमूल में शामिल होने के बाद कांग्रेस सहित विभिन्न विरोधी दलों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में तृणमूल में शामिल हो रहे हैं. खासतौर पर मौसम नूर के संसदीय क्षेत्र उत्तर मालदा के विरोधी दलों के समर्थक जिनमें कांग्रेस, माकपा और भाजपा के समर्थक शामिल हो रहे हैं. इससे इन तीनों विरोधी दलों के जिला नेतृत्व में चिंता देखी जा रही है. इस बीच हरिश्चन्द्रपुर-1 और 2 नंबर ब्लॉक के युवा कांग्रेस अध्यक्ष तौफिक अनवर और तारिफ शेख तृणमूल में शामिल हो गये हैं.

इनके अलावा रतुआ ब्लॉक कांग्रेस के नेता सलीम अख्तर उसी ब्लॉक के महासचिव रसूल अहमद व कई अन्य दमदार नेता तृणमूल के पाले में चले आये हैं. वहीं चांचल-1 व 2 नंबर ब्लॉक से भाजपा और वामफ्रंट के काफी नेता-कार्यकर्ता मौसम नूर के नेतृत्व में तृणमूल में शामिल हो गये हैं. रतुआ-1 ब्लॉक के कांग्रेस सचिव मुन्ना विश्वास और ब्लॉक छात्र परिषद के अध्यक्ष मनोज शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता तृणमूल में शामिल हो गये हैं.

शुक्रवार को हरिश्चन्द्रपुर-1 ब्लॉक समिति हॉल और 2 नंबर ब्लॉक के अतिथि आवासन में मौसम नूर की मौजूदगी में इलाके के 100 से अधिक कांग्रेसी तृणमूल में शामिल हो गये. तृणमूल के जिला नेतृत्व का मानना है कि मौसम नूर के पार्टी में शामिल होने से एक तरह से लहर आ रही है. इस बारे में खुद सांसद मौसम नूर ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विकास एवं आदर्श को देखते हुए लोग अब अन्य दलों में रहना नहीं चाहते हैं.

जबकि पहले जिल के लोग मामा गनी खान चौधरी के आदर्श को मानते हुए राजनीति का अर्थ कांग्रेस को ही मानते थे. लेकिन अब वह कांग्रेस नहीं रही. विकास जहा रहेगा आम आदमी वही जायेगा. जिले में कांग्रेस कमजोर पड़ चुकी है. लोग मुख्यमंत्री के विकास कार्यक्रमों में उनका साथ देना चाहते हैं.

सांसद ने बताया कि उत्तर मालदा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत चांचल, मालतीपुर, रतुआ, हरिश्चन्द्रपुर, गाजोल, ओल्ड मालदा, हबीबपुर ये सात विधानसभा क्षेत्र हैं. पिछले एक सप्ताह में इन क्षेत्रों से कांग्रेस छोड़कर कम से कम 100 से अधिक ब्लॉक स्तरीय नेता तृणमूल में शामिल हो चुके हैं. उनके साथ करीब पांच हजार से अधिक समर्थक भी तृणमूल में शामिल हुए हैं. इनके अलावा गाजोल, चांचल, मालतीपुर केंद्र में भी वामफ्रंट और भाजपा से काफी संख्या में नेता-कार्यकर्ता तृणमूल में शामिल हो रहे हैं. भविष्य में और लोगों के लिए आने की संभावना है.

इस बारे में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मोश्ताक आलम तृणमूल की सांसद के बयान को ज्यादा महत्व नहीं देना चाहते हैं. वहीं माकपा के जिला सचिव अंबर मित्रा और भाजपा के जिलाध्यक्ष संजीत मिश्र ने बताया कि उनके दलों से कोई भी नेता-कार्यकर्ता तृणमूल में शामिल नहीं हुआ है. यह कोरा चुनावी प्रचार है.

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