झोपड़पट्टीवासी करेंगे लोकसभा चुनाव का बहिष्कार

कालियागंज : इन लोगों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है. पेयजल और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित लोग अब राजनेताओं से हताश हो चुके हैं. यहां बात हो रही है कालियागंज स्टेशन संलग्न झोपड़ीपट्टी के निवासियों की जिन्होंने इस बार लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. इन बस्तीवासियों के पास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2019 12:55 AM

कालियागंज : इन लोगों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है. पेयजल और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित लोग अब राजनेताओं से हताश हो चुके हैं. यहां बात हो रही है कालियागंज स्टेशन संलग्न झोपड़ीपट्टी के निवासियों की जिन्होंने इस बार लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. इन बस्तीवासियों के पास न तो अपने नाम जमीन है और न ही पेयजल और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं.

इनका कहना है कि केवल चुनाव में नेताओं को उनकी याद आती है. उसके बाद उन्हें पूरी तरह भुला दिया जाता है. इसलिये उन्होंने बड़े ही भारी मन से वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. उल्लेखनीय है कि देश और राज्य में स्वच्छ भारत मिशन और निर्मल बांग्ला मिशन का अभियान बड़े ही तामझाम के साथ चलाया जा रहा है. राज्य और केंद्र सरकारें इनकी सफलता के लिये अपनी पीठ भी थपथपा रही हैं. लेकिन इन झोपड़पट्टी में सार्वजनिक शौचालय तक की व्यवस्था नहीं हो सकी है.

स्थानीय लोगों का कहना है कि ये लोग अपनी जमीन के अभाव में सरकारी या खास जमीन पर किसी तरह झोपड़ी खड़ी कर रहते हैं. यहां से निकट है कालियागंज नगरपालिका. लेकिन नगरपालिका ने आज तक इनकी सुध नहीं ली. इनका कहना है कि इन्हें खाद्य सुरक्षा के नाम पर जो चावल मिलता है वह खाने लायक नहीं होता. इसलिये वे लोग उसे बेच देते हैं. शौचालय के अभाव में उन्हें रेलवे लाइन के किनारे नित्यकर्म करना पड़ता है.
बेहद अस्वास्थ्यकर परिवेश में उन्हें रहना पड़ रहा है. उनके इलाज और बच्चों की शिक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी योजनाओं का लाभ केवल जिनका स्थायी निवास है और एक खास वर्ग से ताल्लुक रखते हैं उन्हें ही दिया जा रहा है. यहां तक कि स्वयंसेवी संस्थायें भी इनकी मदद को आगे नहीं आती है.

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