सिलीगुड़ी : एक महीने बाद फिर टूटा निगम कर्मियों का धैर्य
सिलीगुड़ी : करीब 1 महीने तक शांत रहने के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम के कर्मचारियों का एक बार फिर से धैर्य टूट गया है. यह लोग विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को एक बार फिर से आंदोलन पर उतर आए हैं. तृणमूल कांग्रेस समर्थित श्रमिक संगठन आइएनटीटीयूसी के अधी सिलीगुड़ी पौर कर्मचारी समिति के बैनर […]
सिलीगुड़ी : करीब 1 महीने तक शांत रहने के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम के कर्मचारियों का एक बार फिर से धैर्य टूट गया है. यह लोग विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को एक बार फिर से आंदोलन पर उतर आए हैं. तृणमूल कांग्रेस समर्थित श्रमिक संगठन आइएनटीटीयूसी के अधी सिलीगुड़ी पौर कर्मचारी समिति के बैनर तले बुधवार को काफी संख्या में नगर निगम कर्मचारी निगम कार्यालय पहुंचे. इनलोगों ने विभिन्न मांगों के समर्थन में डिप्टी मेयर राम भजन महतो को एक ज्ञापन दिया.
उसकी कॉपी मेयर तथा चेयरमैन को भी दी गयी है. इससे पहले इनलोगों ने काफी देर तक विरोध प्रदर्शन भी किया. कुल 25 सूत्री मांगों को लेकर नगर निगम को ज्ञापन दिया गया है. ज्ञापन देने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए संगठन के महासचिव विश्वमय घोष ने बताया है कि एक महीना पहले भी विभिन्न मांगों को लेकर नगर निगम को ज्ञापन दिया गया था.
तब मेयर ने 1 महीने के अंदर ही मांगों पर विचार कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था. अब 1 महीने का समय पूरा हो चुका है. उसके बाद भी नगर निगम ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की. इसी वजह से आज एक बार फिर से आंदोलन करना पड़ रहा है. अपनी मांगों के संबंध में उन्होंने कहा कि इसमें सबसे प्रमुख अस्थाई कर्मचारियों की दैनिक मजदूरी न्यूनतम 150 रूपये प्रतिदिन बढ़ाने की मांग शामिल है. इस साल जनवरी से ही 150 रूपये बढ़ाने की मांग रखी गई है. नगर निगम में ऐसे कर्मचारियों की संख्या काफी है जो ठेके पर काम करते हैं. इनकी न्यूनतम तनख्वाह प्रत्येक महीने18000 रूपये करने की मांग भी रखी गई है.
साल 2010 में आयोजित बीओसी की परीक्षा जो अस्थाई कर्मचारी पास कर गए थे उन्हें अबतक स्थाई नहीं किया गया है. उनको तत्काल स्थायी करने की मांग की मांग भी रखी गई है. श्री घोष ने आगे कहा कि नगर निगम में ग्रुप डी के काफी पर खाली पड़े हुए हैं.इसके साथ ही कई कर्मचारियों की मौत के बाद उनके परिवार के किसी एक सदस्य को अबतक नौकरी नहीं दी गई है. खाली पदों को भरने तथा मृतक कर्मचारी के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग ज्ञापन में की गई है.
उन्होंने आगे बताया कि नगर निगम के जो सफाई कर्मचारी हैं उनकी स्थिति बदहाल है. उनके जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है. साफ सफाई के लिए आवश्य गम बूट, दस्ताना आदि के साथ साफ सफाई के लिए जरूरी अत्याधुनिक उपकरण देने की मांग रखी गई है. पीएफ एवं इपीएफ संबंधी कई शिकायतें भी कर्मचारियों की है. इन शिकायतों को दूर करने के लिए तत्काल अलग सेल बनाने की जरूरत है. जो भी कर्मचारी पीएफ संबंधित शिकायत लेकर नगर निगम आते हैं ,उनकी शिकायतों पर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए .
काफी कर्मचारियों के पास अब तक परिचय पत्र नहीं है. जिनके पास परिचय पत्र है, उसमें काफी गलतियां हैं. इस समस्या को भी दूर करने की मांग की गई है. उन्होंने आगे कहा कि कुल 25 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया है. इससे पहले संगठन के सदस्यों ने एक रैली भी निकाली. उसके बाद संगठन के सभी सदस्य नगर निगम कार्यालय पहुंचे एवं विरोध प्रदर्शन किया. बाद में ज्ञापन दिया गया.