किलकोट बागान के मैनेजर का किया घेराव

सुबह नौ बजे से शाम तीन बजे तक घेरे रखा चालसा : मंगलवार सुबह मेटेली ब्लॉक के बीमार डंकन्स ग्रुप के किलकोट चाय बागान के श्रमिक बकाया मजदूरी की भुगतान की मांग पर आंदोलन पर उतर आये. मजदूरों ने मैनेजर का घेराव कर विरोध-प्रदर्शन किया. श्रमिकों का कहना है कि गत दिसंबर महीने से उन्हें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2019 1:42 AM

सुबह नौ बजे से शाम तीन बजे तक घेरे रखा

चालसा : मंगलवार सुबह मेटेली ब्लॉक के बीमार डंकन्स ग्रुप के किलकोट चाय बागान के श्रमिक बकाया मजदूरी की भुगतान की मांग पर आंदोलन पर उतर आये. मजदूरों ने मैनेजर का घेराव कर विरोध-प्रदर्शन किया. श्रमिकों का कहना है कि गत दिसंबर महीने से उन्हें मजदूरी नहीं दी जा रही है. फरवरी बीतने पर उनका बकाया लगभग 25 लाख रुपये हो जायेगा. इससे परिजनों के साथ उनके भूखों मरने की नौबत आ गयी है. मैनेजर का कहना है कि इस संबंध में उच्चाधिकारियों का कोई जवाब नहीं मिला है.
मंगलवार सुबह रोज की तरह श्रमिक बागान की फैक्टरी पहुंचे तो मैनेजर को बुलाकर वे लोग बकाया मजदूरी की मांग करने लगे. जानकारी मिली है कि लगभग दो महीने से श्रमिकों को काम के बाद मजदूरी नहीं मिल रही है. इधर मजदूरी नहीं मिलने से लगभग 1200 श्रमिकों व उनके घरों में अब चूल्हा जलना लगभग बंद हो गया है. इससे पहले भी बकाया मजदूरी के लिए मैनेजर से शिकायत की गयी थी. लेकिन बात नहीं बनी.
बागान के पीटीडब्ल्यू नेता तथा इलाके के पंचायत सदस्य चरकू महली का कहना है कि पिछले दो महीने में लाखों रुपये मजदूरी बकाया हो गयी है. उन्हें मात्र 140 रुपये दैनिक मजदूरी दी जाती है. वह भी समय पर नहीं मिल पाती है. श्रमिकों ने चेतावनी दी थी कि मजदूरी नहीं चुकाने तक मैनेजर को नहीं छोड़ा जायेगा. वहीं बागान मैनेजर जय मुखर्जी ने कहा कि बागान के तमाम समस्याओं से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है. बागान की स्थिति ठीक नहीं चल रही है. फिर भी उनका बकाया चुकाने की कोशिश की जा रही है. सुबह नौ बजे से घेराव के बाद मैनेजर द्वारा जल्द से जल्द बकाया चुकाने के आश्वासन पर शाम के तीन बजे उन्हें मुक्त कर दिया गया.

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