गोद लेने के चार साल बाद गांव पहुंचे अहलुवालिया
हाथीघीसा को डिजिटल गांव बनाने की घोषणा सिलीगुड़ी : गोद लेने के 4 साल बाद सांसद सुरेंद्र सिंह अहलुवालिया हाथीघीसा गांव पहुंचे. 4 साल बाद उन्होंने फिर से हाथीघिसा को राज्य का पहला डिजिटल गांव घोषित किया. लेकिन यह गांव कब डिजिटल बनेगा और ग्रामवासियो को इस योजना का लाभ कब तक मिलेगा यह सुनिश्चित […]
हाथीघीसा को डिजिटल गांव बनाने की घोषणा
सिलीगुड़ी : गोद लेने के 4 साल बाद सांसद सुरेंद्र सिंह अहलुवालिया हाथीघीसा गांव पहुंचे. 4 साल बाद उन्होंने फिर से हाथीघिसा को राज्य का पहला डिजिटल गांव घोषित किया. लेकिन यह गांव कब डिजिटल बनेगा और ग्रामवासियो को इस योजना का लाभ कब तक मिलेगा यह सुनिश्चित नहीं है. गोद लेकर इसे आदर्श गांव बनाने की योजना अभी तक कागजो में ही सिमटा हुआ है. हालांकि सांसद ने इसके लिए राज्य सरकार और दार्जिलिंग की जिला शासक को दोषी ठहराया है.
शुक्रवार को दार्जिलिंग के भाजपा सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री एसएस अहलूवालिया राज्य के ऐतिहासिक नक्सलबाड़ी ब्लॉक स्थित हाथीघीसा गांव पहुचे. आज उन्होंने इस गांव को राज्य का पहला डिजिटल गांव बनाने का उद्घाटन किया. डिजिटल गांव योजना के तहत हाथीघिसा ग्रामवासियो को एक कॉमन सर्विस सेन्टर से 130 डिजिटल सेवाओ का लाभ मिलेगा. इसमे बैंक सेवा से लेकर केंद्र सरकार की हर जनहित योजनाओ की जानकारी के साथ युवाओ को प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी जानकारी मुफ्त में दी जाएगी.
आज के कार्यक्रम में काफी ग्रामवासी उपस्थित हुए थे लेकिन सभी के मन मे एक सवाल उफन रहा था कि ये सुविधाएं मिलेंगी भी या फिर आदर्श ग्राम योजना की तरह सिर्फ घोषणा तक ही सीमित रहेगी? दूसरी ओर श्री अहलूवालिया ने योजना को वास्तविकता में तब्दील करने की हर मुमकिन कोशिश का भरोसा दिया. उन्होंने कहा कि आदर्श ग्राम योजना के तहत वह करीब 112 योजनाओ के लिए आर्थिक आवंटन कर चुके हैं. किसी अनजान कारणों से राज्य सरकार व दार्जिलिंग जिला शासक के पास वह सारा रुपया पड़ा हुआ है. उन्होंने लोगो को भरोसा दिया कि देर से ही सही,यहां के सभी कार्य होंगे.