लोकसभा चुनाव – 2019 : जलपाईगुड़ी पर भी टिकी सिलीगुड़ी के लोगों की निगाहें

सिलीगुड़ी : लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर प्रशासनिक एवं राजनीतिक तत्परता जोरों पर है. एक ओर जहां पुलिस तथा प्रशासन के आलाधिकारी निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों एवं राजनीतिक दलों ने भी दिन-रात एक कर रखी है. सिलीगुड़ी के आम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2019 5:11 AM
सिलीगुड़ी : लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर प्रशासनिक एवं राजनीतिक तत्परता जोरों पर है. एक ओर जहां पुलिस तथा प्रशासन के आलाधिकारी निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों एवं राजनीतिक दलों ने भी दिन-रात एक कर रखी है.
सिलीगुड़ी के आम मतदाता भी मतदान की तिथियों एवं रिजर्ल्ट पर टकटकी लगाये हुए हैं. सिलीगुड़ी एक अनोखा शहर है. यहां के लोगों की निगाहें जितनी दार्जिलिंग लोकसभा सीट पर टिकी होती है, उतनी ही जलपाईगुड़ी लोकसभा सीट के प्रति भी दिलचस्पी रखते हैं.
दरअसल सिलीगुड़ी की भौगोलिक एवं प्रशासनिक बनावट अद्भूत है. सिलीगुड़ी शहर के जहां करीब 50 प्रतिशत मतदाता दार्जिलिंग लोकसभा सीट के लिए मतदान करते हैं, वहीं सिलीगुड़ी नगर निगम के कई वार्डों सहित डाबग्राम-फूलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के मतदाता जलपाईगुड़ी लोकसभा सीट के लिए मतदान करते हैं.
एक तरह से कहें तो सिलीगुड़ी की आधी आबादी दार्जिलिंग जिले में है तो आधी जलपाईगुड़ी जिले में. इसलिए यहां के मतदाताओं की दिलचस्पी दार्जिलिंग लोकसभा सीट के साथ-साथ जलपाईगुड़ी लोकसभा सीट के प्रति भी होती है. तमाम प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों ने अपना नामांकन भर दिया है.
तृणमूल कांग्रेस की ओर से वर्तमान सांसद विजय चन्द्र बर्मन एक बार फिर से मैदान में हैं. उनसे मुकाबले के लिए माकपा की ओर से भागीरथ चन्द्र राय, भाजपा की ओर से जयंत कुमार राय तथा कांग्रेस की ओर से मणि कुमार दर्नाल ताल ठोक रहे हैं. ऐसे कहने को यहां से करीब डेढ़ दर्जन से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला इन्हीं चारों राष्ट्रीय पार्टियों के उम्मीदवारों के बीच होने की संभावना है.
ऐसे मैदान में एसयूसीआईसी की ओर से हरिभक्त सरदार, बसपा से जीवन कृष्ण मजुमदार, केपीपीयू से सुबल चन्द्र राय, समाजवादी जन परिषद से रंजीत कुमार राय, आमरा बंगाली से खुशी रंजन मंडल के अलावा कई निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं.
अगर वर्ष 2014 के चुनाव परिणाम की बात करें तो उस समय तृणमूल कांग्रेस के विजय चन्द्र बर्मन ने बाजी मारी थी. उन्होंने माकपा उम्मीदवार महेन्द्र कुमार राय को करीब 75 हजार वोटों से पराजित किया था. तृणमूल के विजय चन्द्र बर्मन चार लाख 94 हजार 773 वोट पाने में सफल रहे थे, जबकि माकपा के महेन्द्र कुमार राय चार लाख 25 हजार 167 वोट ही पा सके.
तब दो लाख 21 हजार 593 वोटों के साथ भारतीय जनता पार्टी के सत्यलाल सरकार तीसरे स्थान पर रहे थे. जबकि कांग्रेस के सुखविलास बर्मा मात्र 87 हजार 588 वोट ही पा सके थे और वह चौथे स्थान पर रहे थे. इस बीच, सिलीगुड़ी के निकट डाबग्राम-फूलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र सहित पूरे जलपाईगुड़ी लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार जोरों पर है.
सभी प्रमुख राजनीतिक दलों एवं उम्मीदवारों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. हालांकि अभी चुनाव प्रचार के लिए हेवीवेट नेताओं का आना शुरू नहीं हुआ है, लेकिन अगले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित भाजपा के तमाम बड़े आलानेता एवं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कांग्रेस के बड़े दिग्गज सिलीगुड़ी का चक्कर काटने लगे हैं.
जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग तथा अलीपुरद्वार संसदीय क्षेत्र को ध्यान में रखकर ही यह सभी आला नेता सिलीगुड़ी में जनसभा को संबोधित करने वाले हैं. दूसरी ओर सभी उम्मीदवारों ने अपनी जीत का दावा किया है. तृणमूल कांग्रेस के विजय चन्द्र बर्मन ने दोबारा अपनी जीत का दावा किया है. वहीं माकपा तथा भाजपा उम्मीदवार भी जीत का दावा करने में पीछे नहीं हैं.
तृणमूल के विजय चंद्र बर्मन फिर से मैदान में,भाजपा और माकपा उम्मीदवारों से कड़ा मुकाबला,शहर के आधे लोग जलपाईगुड़ी संसदीय क्षेत्र के मतदाता हैं,नगर निगम के कई वार्ड जलपाईगुड़ी जिले के अधीन

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