एयरपोर्ट पर दिनभर चला हाई वोल्टेज ड्रामा
सिलीगुड़ी : लोकसभा चुनाव के ठीक पहले पहाड़ की सियासत एक बार फिर गरमा गयी है. गोजमुमो के भूमिगत नेता विमल गुरूंग और रोशन गिरि को लेकर भी सियासत तेज है. आज ये दोनों नेता पहाड़ आने वाले थे. जिसको लेकर गुरुवार को दिन भर बागडोगरा एयरपोर्ट पर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता है. विमल गुरूंग […]
सिलीगुड़ी : लोकसभा चुनाव के ठीक पहले पहाड़ की सियासत एक बार फिर गरमा गयी है. गोजमुमो के भूमिगत नेता विमल गुरूंग और रोशन गिरि को लेकर भी सियासत तेज है. आज ये दोनों नेता पहाड़ आने वाले थे. जिसको लेकर गुरुवार को दिन भर बागडोगरा एयरपोर्ट पर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता है. विमल गुरूंग के आने की खबर से पुलिस प्रशासन से लेकर समर्थकों व विरोधियों ने दिन भर एयरपोर्ट पर अड्डा जमाया. सभी की हसरत दिल में ही रह गयी. अंत में विमल गुरूंग व रोशन गिरि नहीं आये.
इस ड्रामे की शुरुआत बीते बुधवार को ही हो गयी थी. गोर्खा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के विमल गुट ने पार्टी अध्यक्ष विमल गुरूंग व महासचिव रोशन गिरि के आने की खबर फैलायी. चार दिन के भीतर कलकत्ता हाईकोर्ट में अपील करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले से विमल गुरूंग का पहाड़ लौटना लगभग तय माना जा रहा था. गुरुवार की दोपहर 12.30 बजे या 2 बजे के विमान से गोजमुमो अध्यक्ष विमल गुरूंग, महासचिव रोशन गिरि व उनके साथियों का बागडोगरा एयरपोर्ट पर आना तय था.
जानकारी के मुताबिक दार्जिलिंग, कर्सियांग, कालिम्पोंग, मिरिक व डुआर्स से भारी तादाद में बिमल गुरूंग के समर्थक बागडोगरा एयरपोर्ट की ओर रूख करने लगे. दोपहर के 12 बजे तक बागडोगरा बिहार मोड़ से एयरपोर्ट मोड़ तक विमल समर्थकों की सैंकड़ों गाड़ियों की कतार खड़ी हो गयी. पुलिस ने एक भी विमल समर्थक को एयरपोर्ट परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया. अपने नेता को साथ लेकर पहाड़ जाने की हसरत इनके दिल में ही रह गयी.
विमल गुरूंग के लौटने की खबर सुनकर विरोधी विनय गुट के नेता व समर्थक तथा राज्य सत्ताधारी पार्टी तृणमूल के भी कई आला नेता एयरपोर्ट पर अड्डा जमाये हुए थे. हांलाकि तृणमूल नेता सामने नहीं आये. लेकिन विनय गुट ने विमल गुरूंग के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. एयरपोर्ट पर मौजूद गोजमुमो (विनय गुट) नारी मोर्चा केंद्रीय कमेटी की अध्यक्ष छीरिंग दहाल ने कहा कि 2017 के आंदोलन के दौरान जब बिमल गुरूंग फरार हुए, उसके बाद लोगों का हाल-चाल पूछने भी नहीं आये. उनके जाने के बाद पहाड़ के लोगों ने काफी परेशानियों का सामना किया. जबकि विमल गुरूंग आराम से अपना समय गुजार रहे थे.
आज जब विनय तमांग और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहाड़ पर शांति को पुन: स्थापित किया है तो फिर ऐसे चुनावी मौसम में विमल गुरूंग और रोशन गिरि हवाइ जहाज से आकर पहाड़ की शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए उनका आने का विरोध करना आवश्यक है. बल्कि यहां उन्हें काला झंडा दिखाकर वापस लौटने की नारेबाजी भी होगी. लेकिन गो-बैक व काला झंडा दिखाने की इनकी भी हसरत दिल में ही रह गयी.
वहीं दूसरी तरफ तीनधरिया से अपने नेता विमल गुरूंग व रोशन गिरि का स्वागत कर साथ पहाड़ ले जाने आये गोजमुमो (विमल गुट) नेता योगराज ने बताया कि दो साल बाद विमल गुरूंग लौट रहे हैं. पूरा पहाड़ उनके लौटने की बाट में है. उनके लौटने की खबर सुनते ही पहाड़ से हजारों की तादात में समर्थक बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचे हैं. सैकड़ों गाड़ियां एयरपोर्ट के बाहर खड़ी है. लेकिन पुलिस किसी को भी एयरपोर्ट परिसर में प्रवेश करने नहीं दे रही है. अपने नेता को पूरे सम्मान व आदर के साथ घर तक ले जाने की इनकी हसरत भी दिल में रह गयी.
गुरूवार की सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर के दो बजे तक एयरपोर्ट पर हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. विमल गुरूंग व रोशन गिरि के लौटने की खबर ने पुलिस प्रशासन को भी हरकत में लाया. सुबह से ही बागडोगरा एयरपोर्ट को छावनी में तब्दील कर दिया गया. दार्जिलिंग जिला पुलिस अधीक्षक अमरनाथ के अपनी विशाल पुलिस टीम के साथ एयरपोर्ट पर मौजूद थे.
राज्य पुलिस के आईजी (दार्जिलिंग) मनोज वर्मा, सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के डिप्टी पुलिस कमिश्नर तरूण हलदार व अन्य आला अधिकारी सहित विशाल पुलिस टीम उपस्थित थी. रैफ के जवानों को भी तैनात किया गया था. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिमल गुरूंग, रोशन गिरि व दिल्ली से आने वाले उनके सभी साथियों को बागडोगरा एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार करने की योजना थी. लेकिन पुलिस की यह हसरत भी दिल में ही रह गयी.