- सीएम ने कहा, बनारस में भी हारेंगे प्रधानमंत्री
- राज्य सरकार को केंद्रीय सुरक्षा बल का डर दिखाया जा रहा है
- बोलीं ममता : पीएम पराजय की मानसिकता से ग्रसित हैं
मयनागुड़ी(जलपाईगुड़ी) : मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने रविवार को मयनागुड़ी के चुड़ाभंडार में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आजकल मोदी हारातंक रोग से पीड़ित हैं. उनमें पराजय की मानसिकता घर कर गयी है. इसलिये उल-जलूल बातें अपने भाषणों में बोल रहे हैं. राज्य सरकार को केंद्रीय सुरक्षा बल का डर दिखा रहे हैं.
पुलिस अफसरों का तबादला करवा रहे हैं. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ तलाशी अभियान चलवा रहे हैं. यह सब उनकी पराजय की मानसिकता के ही लक्षण हैं. लेकिन वह चाहे जितना ही प्रयास करें इस बार केंद्र से भाजपा की सरकार का जाना तय है. चुनाव बाद तृणमूल के सहयोग से ही नयी सरकार बनेगी. भाजपा को इस बार सत्ता से बेदखल करने का समय आ गया है. मोदी अपने चुनाव क्षेत्र बनारस से ही हारने वाले हैं.
अग्निकन्या के नाम से मशहूर ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में नियमों को ताक पर रखकर हाइकोर्ट के सर्किट बेंच का उद्घाटन किया लेकिन वह चालू नहीं कर सके. राज्य सरकार ने ही उसे चालू किया. केंद्र से एक पैसा भी सर्किट बेंच के निर्माण पर खर्च नहीं किया गया. सारा पैसा राज्य सरकार ने दिया है.
राज्य के साथ सौतेला व्यवहार का आरोप केंद्र पर लगाते हुए सीएम ने कहा कि राज्य का नाम ‘ बांग्ला ‘ करने के लिये प्रस्ताव भेजा गया था. लेकिन वह उसे मंजूरी नहीं दे रहे हैं. सवाल है कि वे बांग्ला शब्द से इतने भयभीत क्यों हैं? रुपये देकर लोगों को जुलूस और सभाओं में लाया जा रहा है.
ये सब नोटबंदी के रुपये हैं. जबकि वे राज्य सरकार पर सारधा और नारदा को लेकर आरोप लगा रहे हैं. लेकिन सच्चाई यही है कि सारधा कांड के एक अभियुक्त को साथ में बैठाकर ऐसी बात किस तरह से वह बोल पा रहे हैं. चायवाले मुहावरे पर तंज कसते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सनकी बादशाह मोहम्मद बीन तुगलक की तरह आचरण कर रहे हैं.
कभी खुद को चायवाला बताते हैं तो कभी चौकीदार. पहाड़ की स्थिति के लिये केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सीएम ने कहा कि जिस समय तराई-डुवार्स और पहाड़ जल रहे थे उस समय राज्य सरकार ने ही वहां की स्थिति को नियंत्रित किया था. तब भाजपा के नेता कहां थे.
जलपाईगुड़ी : आंध्र के मुख्य सचिव को हटाये जाने को लेकर मोदी पर हमला
जलपाईगुड़ी : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को केंद्र पर राज्य के मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया.उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव को हटाये जाने पर सवाल उठाया.
ममता ने यह जानना चाहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कैबिनेट सचिव या केंद्रीय गृह सचिव को क्यों नहीं हटा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने यहां एक चुनावी रैली में पूछा: केंद्र राज्य के मामलों में हस्तक्षेप क्यों कर रहा है? आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव को क्यों हटाया गया ?’ उन्होंने पूछा, ‘ आप (मोदी) अपने कैबिनेट सचिव को क्यों नहीं हटाते? ‘ चुनाव आयोग ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव अनिल चंद्र पुनेठा को उनके पद से हटाकर भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठतम अधिकारी एल वी सुब्रमण्यम को उनकी जगह नियुक्त कर दिया था.
चुनावी पैनल द्वारा कोलकाता और विधाननगर के पुलिस आयुक्त सहित पश्चिम बंगाल के आइपीएस अधिकारियों को हटाये जाने के निर्णय के विरोध में मुख्यमंत्री ने शनिवार को चुनाव आयोग को एक पत्र भी लिखा था. उन्होंने पत्र में कहा कि चुनाव आयोग का निर्णय ‘दुर्भाग्यपूर्ण’, अत्यंत मनमाना और “पक्षपातपूर्ण” है तथा भाजपा के इशारे पर लिया गया है.