14 साल में भी नहीं पूरा हुआ बाइपास निर्माण

सादुल्लापुर मोड़ से 12 किमी सड़क नलडूबी के राष्ट्रीय सड़क से जोड़ने की परियोजना लगभग पूरी मालदा : पिछले 14 साल में भी एनएच-34 की बाइपास सड़क का निर्माण पूरा नहीं हुआ. इसको लेकर जिले के निवासी केंद्र की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि मालदा शहर को जाम से निजात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2019 1:43 AM

सादुल्लापुर मोड़ से 12 किमी सड़क नलडूबी के राष्ट्रीय सड़क से जोड़ने की परियोजना लगभग पूरी

मालदा : पिछले 14 साल में भी एनएच-34 की बाइपास सड़क का निर्माण पूरा नहीं हुआ. इसको लेकर जिले के निवासी केंद्र की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि मालदा शहर को जाम से निजात दिलाने के लिये इंगलिशबाजार ब्लॉक अंतर्गत सादुल्लापुर मोड़ से लेकर 12 किमी बाइपास सड़क ओल्ड मालदा ब्लॉक के नलडूबी इलाके की राष्ट्रीय सड़क से जोड़ने की योजना अभी तक पूरी नहीं हो सकी है. इसको लेकर राज्य की सत्तासीन तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार को घेरा है. साथ ही इलाके के लोगों ने भी इस ढिलाई को लेकर केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.

कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव के दौरान यह मुद्दा आम जनों में चर्चा का विषय बना हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इसके पूर्व 2014 के लोकसभा चुनाव, 2016 में विधानसभा चुनाव और पंचायत चुनावों के दौरान केंद्र सरकार ने बाइपास सड़क को चालू करने का आश्वासन दिया था. इस बीच मालदा शहर की जाम समस्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का सूत्र यह बता नहीं पा रहा है कि कब तक यह बाइपास बनकर तैयार हो जायेगा.

एनएचएआई के प्रोजेक्ट निदेशक दिनेश कुमार हानसारिया ने बताया कि बाइपास निर्माण का काम लगभग समाप्ति की ओर है. जल्द ही इसे चालू कर दिया जायेगा. उल्लेखनीय है कि इंगलिशबाजार ब्लॉक अंतर्गत गाबगाछी से ओल्ड मालदा ब्लॉक के नलडूबी इलाके की करीब 10 किमी तक एनएच-34 पर लगातार जाम लगा रहता है.

उसके बाद ही इस विकल्प बाइपास सड़क की योजना ली गयी. विभागीय सूत्र के अनुसार वर्ष 2005 में एनएच-34 के चौड़ीकरण का काम शुरु हुआ. उसके साथ ही इंगलिशबाजार शहर के बाहर से होकर जदुपुर एक नंबर ग्राम पंचायत अंतर्गत सादुल्लापुर मोड़ से ओल्ड मालदा ब्लॉक के नलडूबी इलाके तक 12 किमी बाइपास निर्माण की परियोजना को मंजूरी मिली. फिलहाल इलाके की महानंदा नदी पर तृतीय सेतु बना है. एनएचएआई सूत्र का कहना है कि इसका 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है.

इंगलिशबाजार से तृणमूल के विधायक नीहार घोष ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी ने कहा था कि वर्ष 2017 में बाइपास को चालू कर दिया जायेगा. लेकिन अभी तक वह चालू नहीं हो सका. इस बीच विभाग ने 31 मार्च को चालू किये जाने की बात थी. लेकिन वह भी तारीख फेल हो गयी. उन्होंने इस देर के लिये केंद्र सरकार की उपेक्षा को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं, मालदा मर्चेंट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स के सचिव जयंत कुंडू ने बताया कि यह बाइपास चालू होने से आम यात्रियों के साथ व्यवसायियों को विशेष लाभ होगा. बाइपास सड़क को लेकर कई होटल-रेस्टुरेंट खुल गये हैं. उनसे रोजगार बढ़ेंगे. उनकी मांग है कि बाइपास जल्द से जल्द चालू हो.

उधर, भाजपा के जिलाध्यक्ष संजीत मिश्र ने बताया कि केंद्र सरकार बाइपास सड़क का निर्माण करवा रहा है. शुरु में राज्य सरकार के असहयोग के चलते जमीन अधिग्रहण में परेशानी हुई थी. उसमें ही सात साल लग गये. निर्माण कार्य लगभग समाप्त है. जल्द ही चालू होने की संभावना है.

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