तृणमूल समर्थकों के हमले में तीन कांग्रेसी गंभीर
आरोप : घायलों में एक कांग्रेस के जिला स्तरीय नेता समेत तीन शामिल बालुरघाट : विभिन्न बूथ इलाकों में प्रचार के फ्लेक्स लेकर जाने के दौरान कथित रुप से तृणमूल समर्थकों ने अचानक हमला बोल दिया. गुरुवार की रात यह घटना हरिरामपुर थानांतर्गत वैरहाट्टा ग्राम पंचायत के आशादिघी अर्थात कुचीपाड़ा इलाके में हुई है. घायलों […]
आरोप : घायलों में एक कांग्रेस के जिला स्तरीय नेता समेत तीन शामिल
बालुरघाट : विभिन्न बूथ इलाकों में प्रचार के फ्लेक्स लेकर जाने के दौरान कथित रुप से तृणमूल समर्थकों ने अचानक हमला बोल दिया. गुरुवार की रात यह घटना हरिरामपुर थानांतर्गत वैरहाट्टा ग्राम पंचायत के आशादिघी अर्थात कुचीपाड़ा इलाके में हुई है. घायलों में दो को मालदा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है.
इसके अलावा बीती रात को ही इस घटना को लेकर हरिरामपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी गयी है. पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें आज गंगारामपुर अदालत में चालान किया गया. गंगारामपुर थाना पुलिस ने बताया कि जांच कर यह पता लगाया जा रहा है कि इस घटना में कोई अन्य शामिल है कि नहीं. वहीं, कांग्रेस की ओर से आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिये शनिवार को गंगारामपुर एसडीओ कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा.
कांग्रेस के सूत्र के अनुसार बीती रात को युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष आशराफुल इस्लाम अपने तीन दलीय कार्यकर्ताओं को साथ में लेकर फ्लेक्स और पताके विभिन्न बूथों में वितरण के लिये ले जा रहे थे. आशादिघी से लौटते समय एक सुनसान सड़क पर 8-10 तृणमूल समर्थकों ने जिन्होंने अपनी मोटरबाइकों पर तृणमूल के झंडे लगा रखे थे, रास्ता रोका और उसके बाद उन पर लाठी-सोटा बरसाना शुरु किया. यहां तक कि वाहन के शीशे भी तोड़ डाले गये. उसके बाद सभी हमलावर वहां से चंपत हो गये.
स्थानीय लोगों की मदद से चारों को पहले हरिरामपुर ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया. वहां प्राथमिक उपचार के बाद दो को छुट्टी दे दी गयी जबकि दो अन्य को मालदा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. कांग्रेस के तीन कार्यकर्ता आशराफुल इस्लाम, देवाशीष विश्वास और मर्तुजा चौधरी जख्मी हुए हैं. आशराफुल इस्लाम ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में गिरफ्तार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिये शनिवार को गंगारामपुर एसडीओ कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. इस बारे में तृणमूल के जिला नेतृत्व ने आरोप से इंकार करते हुए कहा कि कहीं कोई घटना होती है तो केवल तृणमूल के लोगों को ही जिम्मेदार बताया जाता है, ऐसा क्यों?