अपनों की खबर नहीं, देश का भला कैसे होगा?

पूछा- प्रधानमंत्री रहने के बाद भी चौकीदार बनने की जरूरत ही क्यों पड़ी? आद्रा(पुरुलिया) : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आक्रामक तेवर जारी रखते हुए कहा कि चुनाव में नामांकन करते समय उन्होंने (मोदी) अपनी पत्नी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी. जो अपनों की खबर नहीं रखते, वे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2019 1:03 AM

पूछा- प्रधानमंत्री रहने के बाद भी चौकीदार बनने की जरूरत ही क्यों पड़ी?

आद्रा(पुरुलिया) : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आक्रामक तेवर जारी रखते हुए कहा कि चुनाव में नामांकन करते समय उन्होंने (मोदी) अपनी पत्नी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी. जो अपनों की खबर नहीं रखते, वे पूरे देश का हित कैसे देख सकते हैं? बुधवार को पुरुलिया संसदीय क्षेत्र से तृणमूल प्रत्याशी मृगांक महतो के समर्थन में मुख्यमंत्री ने हुड़ा थाना अंतर्गत चंडेश्वर खेल मैदान तथा कोटशिला थाना अंतर्गत बामनिया खेल मैदान में आयोजित चुनावी सभाओं को संबोधित किया.
मुख्यमंत्री ने घाटाल से तृणमूल प्रत्याशी देव के समर्थन में पश्चिमी मेदिनीपुर के डेबरा में एक जनसभा की. सुश्री बनर्जी ने कहा कि वर्ष 2014 में वह चायवाला बन कर आये और वोट मांगा. इस बार चौकीदार बन कर वोट मांग रहे हैं. प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए चौकीदार बनने की जरूरत ही क्यों पड़ी? उन्होंने कहा कि पांच वर्षों में प्रधानमंत्री ने देश के विकास में कोई कार्य ही नहीं किया.
यही कारण है कि वे वर्ष 2014 में किये गये चुनावी वायदों पर कोई बात ही नहीं करना चाहते हैं. वे चाहते हैं कि देश में अकेला वे रहें तथा उनके चेले-चपाटे रहें, ऐसा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि बंगाल में धन खर्च कर भीड़ जुटायी जा रही है. लेकिन भाजपा को इससे कोई सफलता नहीं मिलेगी. इस बार मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी नहीं मिलने वाली है.
उन्होंने कहा कि धर्म के बारे में मुझे क्या करना होगा और कैसे करना होगा, यह भाजपा तय नहीं करेगी. भाजपा बंगाल के बारे में लगातार गलतबयानी कर रही है. भाजपा नेताओं को राज्य की संस्कृति की जानकारी ही नहीं है. धर्म के नाम पर बंटवारा करना इतना आसान नहीं है.
सुश्री बनर्जी ने कहा कि वर्ष 2011 से पहले जंगलमहल इलाके में आतंक का राज था. उन्होंने लगातार कार्य कर इस इलाके में शांति लौटायी है तथा इलाके का विकास किया है.
उन्होंने कहा कि इलाके के छह लाख युवक-युवतियों को प्रशिक्षण देकर उनकी दक्षता बढ़ायी गयी है और वे अपना रोजगार व नौकरी कर रहे हैं. इलाके में 50 हजार से अधिक तालाब बनाये गये हैं. विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं लागू की गयी हैं. भाजपा ने राज्य के विकास के लिए क्या किया है? उन्होंने कहा कि मां-माटी-मानुष की सरकार ने शांति स्थापित की है. पर एक बार फिर भाजपा के नेतृत्व में यहां अलगाववाद फैलाया जा रहा है. अशांति पैदा की जा रही है. धर्म के नाम पर भेदभाव फैला रहे हैं.
डेबरा की रैली में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी को बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा. उन्होंने कहा कि किसी को जोखिम लेना होगा. 1942 में अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ, अब हम सत्ता से फासीवादी मोदी को हटाने के लिए लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर मोदी फिर से जीते तो देश में आजादी या लोकतंत्र नहीं रहेगा. यही वक्त है कि हम मोदी और भाजपा को बाहर का रास्ता दिखाएं. यही समय है कि इस लोकतांत्रिक (चुनावी) कवायद के दौरान इस सरकार को खत्म कर दें.
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि लोग सार्वजनिक तौर पर अपनी राय व्यक्त करने से डर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश में आपातकाल जैसी स्थिति है. कोई भी खुलकर बोल नहीं सकता क्योंकि वे उनसे डरते हैं. इस तानाशाही और आतंक को रोकना होगा. सुश्री बनर्जी ने फिर जोर देकर कहा कि मोदी संकट के समय कभी पश्चिम बंगाल नहीं आये.

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