आंधी-तूफान से आम की फसल को नुकसान
कच्चे आम को कार्बाइड देकर पैकिंग कर रहे हैं किसान बागवानी विभाग ने इसे अनुचित बताया मालदा : सोमवार को आए तूफान व भारी बारिश के कारण मालदा के विभिन्न बागानों में काफी आम गिर गये. नुकसान ना हो, इसके लिए आम किसान अब कच्चे आम को तोड़कर कार्बाइड डालकर पकाने के लिए पैकिंग करने […]
कच्चे आम को कार्बाइड देकर पैकिंग कर रहे हैं किसान
बागवानी विभाग ने इसे अनुचित बताया
मालदा : सोमवार को आए तूफान व भारी बारिश के कारण मालदा के विभिन्न बागानों में काफी आम गिर गये. नुकसान ना हो, इसके लिए आम किसान अब कच्चे आम को तोड़कर कार्बाइड डालकर पकाने के लिए पैकिंग करने लगे हैं. किसानों का कहना है कि ऊंची सूद पर कर्ज लेकर आम के व्यवसाय में पैसा लगाया है. अगर मुनाफा नहीं हुआ तो सड़क पर आ जायेंगे.
सोमवार की आंधी-तूफान में भारी संख्या में आम गिर गये है. मंगलवार सुबह होते ही मालदा के विभिन्न बागानों में कच्चे आम तोड़ने व कार्बाइड देकर पैकिंग करने का काम शुरू हो गया. ताकी कृत्तिम तरीके से आम परिपक्व होकर बाजारों में बिकने लायक पक जाये.
आम किसानों का कहना है कि 70 से 80 रुपए किलो के दर से गोपालभोग, आम्रपाली, लक्खनभोग आदि आम पेड़ से गिरने लगे हैं. गिरे हुए आमों को बाजार में खपाने का उपाय किया जा रहा है. आंधी तूफान में भारी संख्या में आम गिर गये है. भारी नुकसान की आशंका है.
कालियागंज-1 ब्लॉक के गयेशपुर गांव के किसान रहमत शेख, अमजद शेख ने कहा कि उनलोगों के 40 बिघा जमीन पर लगभग 250 मन आम की पैदावार हुई थी. लेकिन अब सिर्फ 35 आम पेड़ पर टिका है. उनमें भी कीड़ा लग रहा है. इस अवस्था में आम तोड़ने के अलावे कोई उपाय नहीं है.
बागवानी विभाग के मालदा सहायक अधिकारी राहुल चक्रवर्ती ने बताया कि आम परिपक्व होने में अभी काफी समय है. इस समय आम तोड़ना उचित नहीं है. प्राकृतिक आपदा से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. लेकिन अनेक किसान नुकसान की आशंका से समय से पहले आम तोड़ रहे हैं. अभी कार्बाइड देना उचित नहीं है. इस साल उत्पादन अच्छी होने की उम्मीद है.