डेंगू को बेअसर करने में नहीं छोड़ेंगे कसर
धारावाहिक तरीके से वार्डों में किया जा रहा है स्प्रे सिटीजन फोरम तथा यूथ क्लबों के माध्यम लोगों से जुड़ने की योजना तालाबों व झीलों में गोप्पी मछली छोड़ने पर किया जा रहा है विचार सिलीगुड़ी : डेंगू की रोकथाम के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग एवं सिलीगुड़ी नगर निगम ने पहले से ही अपनी कमर […]
धारावाहिक तरीके से वार्डों में किया जा रहा है स्प्रे
सिटीजन फोरम तथा यूथ क्लबों के माध्यम लोगों से जुड़ने की योजना
तालाबों व झीलों में गोप्पी मछली छोड़ने पर किया जा रहा है विचार
सिलीगुड़ी : डेंगू की रोकथाम के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग एवं सिलीगुड़ी नगर निगम ने पहले से ही अपनी कमर कस ली है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में कई पोखर तथा झील को चिन्हित किया गया है. जहां गाप्पी मछली छोड़ी जायेगी. ये मछली पानी में जमने वाले मच्छरों के लार्वा को खाने का काम करेगी. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग सिटीजन फोरम तथा यूथ क्लबों के माध्यम से लोगों से जुड़ने का काम भी कर रहा है. इसका उद्देश्य पहाड़ से समतल तक डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करना है.
गर्मी के आगमन के साथ ही मच्छरों का उत्पात बढ़ने लगा है. हल्की बारिश से जमने वाले पानी में मच्छरों के लार्वा पनपते है. एक रिपोर्ट के अनुसार अगस्त से सितंबर तक का महीना डेंगू के लिए काफी खरनाक माना गया है. गौरतलब हो कि वर्ष 2017 में डेंगू ने सिलीगुड़ी में कहर बरपाया था. स्वास्थ्य विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2017 में सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में 1079 डेंगू के मरीज पाये गये थे. कई लोगों की मौत भी हुई थी. सिलीगुड़ी जिला अस्पताल तथा उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में पैर रखने तक की जगह नहीं थी. अस्पताल प्रबंधन को रोगियों को जमीन पर लेटाकर रखना पड़ता था. लेकिन पिछले दिनों की गलतियों से नगर निगम तथा जिला स्वास्थ्य विभाग ने काफी सीख ली है. जिसे ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने कई महीने पहले से वार्डों में नियमित तौर पर फोगिंग मशीन तथा स्प्रे का इस्तेमाल शुरू कर दिया है.
इस विषय पर सिलीगुड़ी नगर निगम के डिप्टी मेयर राम भजन महतो ने बताया कि 2017 के बाद 2018 में डेंगू पर काफी हद तक लगाम लगाया जा सका है. इस वर्ष भी प्रकार की तैयारी की जा रही है. फोगिंग तथा स्प्रे का इस्तेमाल धारावाहिक तौर पर प्रत्येक वार्ड में किया जा रहा है. इसके अलावा नगर निगम में अलग से एक टीम का गठन किया गया है. जो सुबह एवं शाम को विभिन्न वार्डों में नजरदारी चला रही है. चुनाव के चलते उनके काम में कोई खास असर नहीं हुआ है.
लेकिन नगर निगम में काम करने वाले अन्य श्रमिक दूसरे जिले के हैं. इसके अलावे कई अधिकारियों को भी इलेक्शन ड्यूटी में भेजा गया था. जिस वजह से पिछले दिनों थोड़ी परेशानी हुई थी. इस बार नगर निगम की तैयारी भरपूर है. डेंगू के दौरान परिस्थिति बाहर ना जाये इसके लिए सिलीगुड़ी नगर निगम हर संभव प्रयास करेगी.
दूसरी ओर, दार्जिलिंग जिला के सीएमओएच डॉ प्रलय आचार्या ने बताया कि घर-घर जाकर परिस्थिति का जायजा लेने के साथ विक्टर कंट्रोल टीम को काम पर लगाया जायेगा. जिला स्वास्थ्य विभाग ने इस बार इसे गंभीरता से लिया है. मत्स्य विभाग तथा जिला स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रूप से मिलकर पहाड़ तथा समतल में कई पोखर एवं झील को चिन्हित किया है. जहां बाद में गाप्पी मछली छोड़ी जायेगी. साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक वार्ड, ग्रामीण इलाका, पंचायत फोरम तथा यूथ क्लबों के साथ मीटिंग करेंगा. जरूरत पड़ी तो अस्पताल तथा मेडिकल कॉलेज में बेडों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया जायेगा.