पूजा में भी पर्यटकों से पहाड़ रहेगा गुलजार

सिलीगुड़ी: दाजिर्लिंग पर्वतीय क्षेत्र में गोरखालैंड आंदोलन का दौर थमने के बाद वहां शांति है. इसका सीधा असर पर्यटकों के आगमन पर पड़ रहा है. पहाड़ पर भारी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं. आम तौर पर पहाड़ पर पर्यटन मौसम 15 अप्रैल से शुरू होकर जुलाई के पहले सप्ताह तक जारी रहता है. उसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2014 6:40 AM

सिलीगुड़ी: दाजिर्लिंग पर्वतीय क्षेत्र में गोरखालैंड आंदोलन का दौर थमने के बाद वहां शांति है. इसका सीधा असर पर्यटकों के आगमन पर पड़ रहा है. पहाड़ पर भारी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं.

आम तौर पर पहाड़ पर पर्यटन मौसम 15 अप्रैल से शुरू होकर जुलाई के पहले सप्ताह तक जारी रहता है. उसके बाद बारिश की शुरूआत हो जाती है और पहाड़ पर पर्यटक कम ही आते हैं, लेकिन इस बार नजारा कुछ अलग है. अलग राज्य के लिए होने वाले गोरखालैंड आंदोलन के थमने के बाद यहां पर्यटक के आगमन में लगातार वृद्धि होती रही है.

दाजिर्लिंग के सभी पर्यटन स्थलों पर देसी-विदेशी पर्यटकों की भरमार लगी रही. पूरे पर्यटन मौसम के दौरान पहाड़ पर होटलों की बुकिंग शत-प्रतिशत है. इतना ही नहीं, इस वर्ष सितंबर-अक्टूबर में दुर्गा पूजा के समय भी पहाड़ पर पर्यटकों की भारी भीड़ रहेगी. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा रहा है कि दुर्गा पूजा के मौसम में अभी से ही यहां होटलों की बुकिंग शुरू हो गई है. यहां प्रमुख टूर ऑपरेटर राज बसु के अनुसार इस बार दुर्गा पूजा में भी पहाड़ पर भारी संख्या में पर्यटक आएंगे. होटल व्यवसाय से जुड़े एक व्यवसायी मनोज शर्मा का कहना है कि दुर्गा पूजा के लिए पहाड़ पर अभी से ही होटलों के करीब 40 प्रतिशत कमरों की बुकिंग हो चुकी है.

इस वर्ष कोलकाता के अलावा दिल्ली एवं कुछ दक्षिणी राज्यों से भी पर्यटक आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस वर्ष दुर्गा पूजा अन्य वर्षो के मुकाबले जल्दी है. आम तौर पर अक्टूबर के मध्य महीने में दुर्गा पूजा का आयोजन होता है. इस वर्ष दुर्गा पूजा की शुरूआत सितंबर के अंतिम सप्ताह में हो जायेगी. तीन अक्टूबर को विजया दशमी है. उन्होंने कहा कि सितंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक पहाड़ का मौसम बहुत ही खुशगवार होता है. इसलिए इस वर्ष भारी संख्या में यहां पर्यटकों के आने की उम्मीद जाहिर की जा रही है. इस बीच, पहाड़ पर पर्यटकों के लगातार आगमन से यहां पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग काफी खुश हैं. होटल व्यवसायियों से लेकर वाहन मालिकों, दुकानदारों एवं टूर ऑपरेटरों की चांदी हो रही है. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि पहाड़ पर शांति बहाली से ही यहां का विकास संभव है.

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