उत्तर बंगाल में संघ की महिला वाहिनी भी हुई एकजुट
सिलीगुड़ी में रुट मार्च कर दिखाया दम 161 महिलाएं विशेष कैंप में ले रही प्रशिक्षण सिलीगुड़ी : राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) की अब महिला वाहिनी ‘राष्ट्रीय सेविका समिति’ भी उत्तर बंगाल में एकजुट होने लगी है. यूं तो संघ की महिला वाहिनी काफी वर्षों से ही संगठित है. लेकिन खुलेआम प्रदर्शन शनिवार को पहली बार […]
सिलीगुड़ी में रुट मार्च कर दिखाया दम
161 महिलाएं विशेष कैंप में ले रही प्रशिक्षण
सिलीगुड़ी : राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) की अब महिला वाहिनी ‘राष्ट्रीय सेविका समिति’ भी उत्तर बंगाल में एकजुट होने लगी है. यूं तो संघ की महिला वाहिनी काफी वर्षों से ही संगठित है. लेकिन खुलेआम प्रदर्शन शनिवार को पहली बार उत्तर बंगाल के लोगों ने देखा. इसके तहत शनिवार अपराह्न करीब तीन बजे से संघ की महिला वाहिनी ने शहर में रूट मार्च (पथ चलन) किया.
यह रुट मार्च शहर के पानीटंकी मोड़ के पास स्थित निलनलिनी स्कूल कैंपस से शुरू हुआ. ध्वजा प्रणाम और प्रार्थना के बाद पूर्ण गणवेश (सादा पोशाक) व दंड थामे और ताशे-बाजे की धुन पर पैर-पैर पदताल मिलाते शहर के विधान रोड, हिलकार्ट रोड, सेवक रोड पर रूट मार्च निकाल कर अपना दम दिखाया.
यह रूट मार्च वापस स्कूल कैंपस में समाप्त हुई. विदित हो कि इस रूट मार्च में पूरे उत्तर बंगाल व सिक्किम से कुल 161 महिला सेविका शिरकत की. संघ के उपनगर सेवा प्रमुख सुशील रामपुरिया ने बताया कि ये सभी सेविकाएं शहर से सटे पाथरघाटा स्थित शारदा शिशु तीर्थ स्कूल कैंपस में लगे 15 दिनों के विशेष कैंप में प्रशिक्षिण ले रही हैं.
महाराष्ट्र से आयी राष्ट्रीय सेविका समिति की अखिल भारतीय शारीरिक प्रशिक्षिका माधुरी ताई मेढ़े, उत्तर बंगाल संभार की कार्यवाहिका गरिमा बैंगानी व उत्तर बंगाल की संचालिका रीता सेन चौधरी की अगुवायी में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. आज के रुट मार्च को सफल बनाने में संघ से जुड़े कुलक्षेत्र गोल्याण, लक्ष्मण बंसल, सुनील साहा, अनूप मंडल, किशन अग्रवाल समेत भारी तादाद में पदाधिकारी मौजूद थे.