पीड़ित परिवार को 14 साल बाद भी नहीं मिला इंसाफ
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25 मई 2005 को स्कूल कैंपस में पीटकर मारा डाला गया था
सिलीगुड़ी : 25 मई 2005 को होनहार छात्र सोनू पटेल सिंह की हत्या हुई थी. उसकी बुरी तरह से सामूहिक पिटाई में मौत हो गयी थी. वह एसएफ रोड सिलीगुड़ी हिंदी हाइ स्कूल फॉर बॉयज का विद्यार्थी थी. जानकारी के अनुसार, स्कूल की फीस वृद्धि समेत अन्य कई मुद्दों पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन करने के मकसद से एसएफआइ के छात्र नेता एवं कार्यकर्ता बड़ी संख्या में स्कूल कैंपस पहुंचे थे.
सिलीगुड़ी कॉलेज से भी बड़ी संख्या में छात्र समर्थक शामिल थे. विरोध प्रदर्शन करने के बाद छात्र नेताओं ने स्कूल के छात्रों से स्कूल प्रबंधन के खिलाफ लगातार आंदोलन करने का अनुरोध किया. इसके तहत कई दिनों तक स्कूल बंद करके पठन-पाठन अचल करने को कहा गया. इस फरमान का एकमात्र विरोध सोनू ने किया.
सोनू का साहस देख अन्य छात्र भी विरोध करने लगे. एसएफआइ समर्थकों व स्कूल के छात्रों के बीच ही विवाद बढ़ने लगा. इससे बौखलाए एसएफआइ नेताओं ने सोनू पटेल को स्कूल कैंपस में ही सामूहिक रूप से बुरी तरह पीट-पीट कर लहूलुहान कर दिया. सोनू के गुप्तांग में गहरी चोट पहुंचने की वजह से इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट व मेडिकल जांच में भी हो चुकी है. सोनू के परिवार की ओर से सिलीगुड़ी थाना में एसएफआइ नेताओं व कार्यकर्ताओं के विरूद्ध हत्या करने का मामला भी दायर किया गया.
न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) के साउथ कॉलोनी ग्वाला बस्ती निवासी सोनू के पिता लक्ष्मण (लखन) सिंह पेशे से ग्वाला हैं. मां शैला देवी गृहिणी है. बूढ़ी आंखें आज भी इंसाफ को तरस रही है. सोनू के दो बड़े भाई अनिल, सुनील व बहन उषा भी इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहे हैं.