शहर में जमाई षष्ठी की धूम
फल बाजार, मछली बाजार व मिठाइयों की दुकान में रही भीड़ डेढ़ से दो हजार रुपये प्रति किलो की दर से बिकी हिलसा मछली सिलीगुड़ी : बंगाल में 12 महीने में तेरह पर्व मनाने की कहावत काफी लोकप्रिय है. वर्षभर यहां कोई ना कोई उत्सव मनाया जाता है. शनिवार को राज्यभर के साथ सिलीगुड़ी में […]
फल बाजार, मछली बाजार व मिठाइयों की दुकान में रही भीड़
डेढ़ से दो हजार रुपये प्रति किलो की दर से बिकी हिलसा मछली
सिलीगुड़ी : बंगाल में 12 महीने में तेरह पर्व मनाने की कहावत काफी लोकप्रिय है. वर्षभर यहां कोई ना कोई उत्सव मनाया जाता है. शनिवार को राज्यभर के साथ सिलीगुड़ी में भी जमाई षष्ठी मनायी गयी. इसके मद्देनजर शहर के विभिन्न फल बाजार, मछली बाजार व मिठाइयों की दुकान में खरीदारों की भीड़ देखी गयी. महिलाओं ने मंदिरों में जाकर परिवार की सुख शांति के लिए प्रार्थना की.
जमाई षष्ठी के दिन दामाद अपनी ससुराल फल, मिठाइयां आदि लेकर जाते हैं. वहां उनका भव्य स्वागत किया जाता है. इन दिन कई पकवान बनाने का रिवाज है. जमाई षष्ठी पर फलों के भावों में काफी उछाल था. आम 70 से 80 रुपये प्रति किलो की दर से बिका. जबकी लीची का भाव प्रतिकिलो 60 रुपये था. मिठाई दुकानों में भी तरह-तरह की मिठाइयां दिखीं. रसगुल्ला एवं मीठा दही की खूब बिक्री हुई.
विधान मार्केट में खरीदारी करने आये गोपाल सरकार ने बताया कि जमाई षष्ठी बिना हिलसा मछली के बिना संपन्न ही नहीं हो सकती. उन्होंने बताया शनिवार को सिलीगुड़ी में हिलसा मछली डेढ़ से दो हजार रुपये प्रति किलो की दर से बिकी.