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वाम चालित निगम बोर्ड दखल करने का सपना फिर हुआ चकनाचूर

12 नंबर वार्ड के तृणमूल पार्षद नांटू पाल ने विरोधी दल के नेता रंजन सरकार पर लगाये सवालिया निशानप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीपीएम मोदी YouTube से करते हैं करोड़ों की कमाई, केवल एक वीडियो से हुई 10780560 रुपये की आमदनीNepal Violence : क्या 17 साल में 10 प्रधानमंत्री से त्रस्त नेपाल में होगी राजशाही की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2019 2:29 AM

12 नंबर वार्ड के तृणमूल पार्षद नांटू पाल ने विरोधी दल के नेता रंजन सरकार पर लगाये सवालिया निशान

नांटु पाल का आरोप, तृणमूल पार्षदों के बीच हुई बातचीत पर रंजन सरकार ने मासिक बोर्ड मीटिंग में कुछ नहीं कहा
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम पर शुरू से ही तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो सह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नजर पर टिकी हुई है. वाम बोर्ड चालित निगम पर दखल कराने का उनका सपना भी है. ममता बनर्जी के निर्देश पर दार्जिलिंग जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष सह डाबग्राम-फूलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सह पर्यटन मंत्री गौतम देव इसके लिए कई बार जी-तोड़ प्रयास भी कर चुके हैं, लेकिन हर बार तृणमूल को मेयर अशोक भट्टाचार्य के वर्षों के राजनैतिक तजुर्बे के सामने मुंह की खानी पड़ी है. बोर्ड दखल करने के तृणमूल के सपने को इस बार अपनों ने ही चकनाचूर कर दिया है.
बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के कुछ दिनों बाद ही गौतम देव ने निगम अभियान की ओर इंगित कर दिया था. इसके लिए गौतम देव सही मौके की तलाश कर ही रहे थे कि उससे पहले ही निगम के तृणमूल पार्षदों का अंतर्कलह व मतभेद सामने आ गया. मंगलवार को नगर निगम की मासिक बोर्ड मीटिंग से ही तृणमूल पार्षदों के बीच मतभेद की सुगबुगाहट शुरू हो गयी थी. बुधवार को आग में घी डालने का काम दार्जिलिंग जिला तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सह सिलीगुड़ी के 12 नंबर वार्ड पार्षद नांटू पाल ने मीडिया के सामने कर दिया.
नांटु पाल ने ऋ षि अरविंद रोड स्थित अपने पार्षद दफ्तर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान निगम में विरोधी दल के नेता रंजन सरकार उर्फ राणा दा पर ही कई सवाल खड़े कर दिये. उन्होंने कहा कि मंगलवार को बोर्ड मीटिंग में रंजन सरकार ने जो भी प्रस्ताव वाम बोर्ड के मेयर व चेयरमैन के सामने रखा है, उन प्रस्तावों को लेकर पहले तृणमूल पार्षदों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई. तृणमूल पार्षदों के बीच जो बातचीत हुई, उन पर राणा दा ने बोर्ड मीटिंग में कुछ भी नहीं कहा. रंजन सरकार का यह आचरण पूरी तरह पार्टी विरोधी है. उन्होंने यह भी कहा कि हाइकमान के निर्देश पर पहले उनको ही निगम में विरोधी दल का नेता बनाया गया था.
लेकिन जब उन्हें अचानक हटाया गया तो पहले शोकॉज नोटिस भी नहीं दिया गया. नांटु पाल ने चेतावनी देते हुए कहा है कि वह इन सभी मुद्दों को पार्टी मीटिंग के दौरान जिला कमेटी में गौतम देव के सामने रखेंगे और सवाल भी करेंगे. साथ ही इन सभी मुद्दों को लेकर हाइ कमान को भी सूचित करेंगे. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए पाल ने कहा कि उनका रंजन सरकार से आपसी कोई झगड़ा नहीं है. वे तो केवल पार्टी के नीति-सिद्धांतों की ही बात कर रहे हैं. नांटु पाल द्वारा उठाये मुद्दों को लेकर राणा दा व गौतम देव दोनों से ही संपर्क करने की कोशिश नाकाम रही.
विदित हो कि मंगलवार को बोर्ड मीटिंग के दौरान मेयर ने विरोधी दल द्वारा दिये गये प्रस्ताव म्यूटेशन चार्ज तीन फीसदी से कम करके दो फीसदी को मंजूरी दी थी. इसके बाद ही रंजन सरकार ने सिलीगुड़ी शहर के विकास के लिए विरोधी दल के पार्षदों के साथ मीटिंग कर विचार-विमर्श करने का प्रस्ताव मेयर को दिया था. बोर्ड मीटिंग में रंजन सरकार ने साफ कहा था कि शहर के विकास में जो भी रोड़े आ रहे हैं उन्हें सबों को एकमत होकर दूर करने का प्रयास किया जायेगा. बीते चार-साढ़े चार सालों से सिलीगुड़ी की विकास योजनाएं अधर में अटकी पड़ी है. जरूरत पड़ने पर राज्य सरकार से भी बात करेंगे.

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