बरसात में शहर की निकासी व्यवस्था की खुली पोल

25 नंबर वार्ड अंतर्गत नेताजीपाड़ा में ड्रेन की मरम्मत नहीं होने से घरों में घुसा बरसाती पानी लीस व घीस नदियों का जलस्तर बढ़ा, इसके बाद गाजलडोबा बैरेज प्रबंधन ने तीन हजार 499 क्यूसेक पानी छोड़ा जलपाईगुड़ी/मालबाजार : बरसात में विभिन्न नदियों में बाढ़ की खबरों के बीच जलपाईगुड़ी शहर में जलनिकासी व्यवस्था की पोल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2019 1:01 AM

25 नंबर वार्ड अंतर्गत नेताजीपाड़ा में ड्रेन की मरम्मत नहीं होने से घरों में घुसा बरसाती पानी

लीस व घीस नदियों का जलस्तर बढ़ा, इसके बाद गाजलडोबा बैरेज प्रबंधन ने तीन हजार 499 क्यूसेक पानी छोड़ा
जलपाईगुड़ी/मालबाजार : बरसात में विभिन्न नदियों में बाढ़ की खबरों के बीच जलपाईगुड़ी शहर में जलनिकासी व्यवस्था की पोल उस समय खुल गयी जब वार्ड नंबर 25 अंतर्गत नेताजीपाड़ा जलमग्न हो गया. ड्रेन की मरम्मत नहीं होने से बरसाती पानी लोगों के घरों में घुस गया है. इसके खिलाफ शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने पथावरोध किया.
उन्होंने कहा कि जब तक नगरपालिका के पार्षद या प्रशासन का कोई अधिकारी घटनास्थल पर नहीं आता है तब तक उनका अवरोध जारी रहेगा. वहीं, स्थानीय पार्षद परिमल मालो दास ने कहा कि नगरपालिका के पक्ष से पानी के पाइपलाइन के काम के चलते ऐसी अवस्था हुई है. उन्होंने पेयजल आपूर्ति विभाग को इसकी जानकारी दी है.
उन्होंने इसे दुरुस्त करने का आश्वासन दिया है. उधर, जलढाका संलग्न मयनागुड़ी ब्लॉक के रामसाई और आमगुड़ी ग्राम पंचायत के विभिन्न गांव जलमग्न हो गये हैं. हालांकि खबर लिखे जाने तक प्रभावितों तक कोई सरकारी मदद नहीं पहुंची है. वहीं, माल ब्लॉक अंतर्गत चापाडांगा इलाके के 500 घर बाढ़ से घिर गये हैं. ब्लॉक प्रशासन का दावा है कि प्रभावित इलाकों में भोजन की सामग्री व सहायता भेजी गयी है.
उधर, सिक्किम की पहाड़ियों में अत्यधिक वर्षा के चलते डुआर्स की लीस और घीस नदियों में जलस्तर काफी बढ़ गया है. उसके बाद ही गाजलडोबा बैरेज प्रबंधन ने तीन हजार 499 क्यूसेक पानी छोड़ा है. इससे तीस्ता का जलस्तर और बढ़ने की आशंका की जा रही है. डुआर्स के बानरहाट और बिन्नागुड़ी इलाकों में बाढ़ आ गयी है. वहीं, धूपगुड़ी प्रखंड के कई ग्राम पंचायत इलाके जलमग्न हो गये हैं. इसको लेकर ब्लॉक प्रशासन ने आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मचारी डुआर्स गये हैं.
वहीं, तीस्ता के असंरक्षित इलाकों में लाल संकेत जारी किया गया है जबकि संरक्षित इलाकों में पीला संकेत जारी किया गया है. जलढाका के असंरक्षित इलाकों में भी पीला संकेत जारी किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में जलपाईगुड़ी में 140 मिमी, अलीपुरद्वार में 17.40 मिमी, कूचबिहार में 8.70 मिमी, सिलीगुड़ी में 147.40 मिमी, मालबाजार में 110.60 मिमी, हासीमारा में 128.40 मिमी, बानरहाट में 116 मिमी, तूफानगंज में 15.40 मिमी, मयनागुड़ी 112 मिमी वर्षा रिकार्ड की गयी है.
हमारे मालबाजार प्रतिनिधि के अनुसार मयनागुड़ी ब्लॉक के आमगुड़ी इलाके के दासपाड़ा में करीब 45 घर बाढ़ से घिर गये हैं. वहीं, पानबाड़ी के सोशल फॉरेस्ट्री के काफी पेड़ बाढ़ में बह गये हैं. जलढाका रेल सेतु के निकट बांध का क्षतिग्रस्त हिस्सा फिर से क्षतिग्रस्त हो गया है. मयनागुड़ी के बीडीओ लेंडुप सी शेरपा ने बताया कि हालात का अध्ययन किया जा रहा है.
उधर, तीस्ता की बाढ़ में बासुसुवा, केरानीपाड़ा, मास्टरपाड़ा, बाबुपाड़ा डूब गये हैं. 500 घर जलबंदी हो गये हैं. खबर लिखे जाने तक पीड़ितों तक कोई सरकारी मदद नहीं पहुंची थी. जिला परिषद की सड़क के उपर से अभी भी पानी बह रहा है. आवागमन ठप है.

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