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ब्रह्मपुत्र मेल का सफर होने जा रहा सुहाना

20 से लगेंगे नये एलएचबी डिब्बे ताकि झटका ना लगे सिलीगुड़ी : रेल यात्रा को ज्यादा आरामदेह और सुरक्षित बनाने के लिए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ट्रेन नंबर 14055/14056 डिब्रूगढ़-दिल्ली ब्रह्मपुत्र मेल में पारंपरिक डिब्बों की जगह एलएचबी (लिंक हॉफमेन बुश) डिब्बे लगाने जा रहा है. डिब्रूगढ़ से खुलनेवाली ट्रेन में यह बदलाव 20 जुलाई से […]

20 से लगेंगे नये एलएचबी डिब्बे ताकि झटका ना लगे

सिलीगुड़ी : रेल यात्रा को ज्यादा आरामदेह और सुरक्षित बनाने के लिए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ट्रेन नंबर 14055/14056 डिब्रूगढ़-दिल्ली ब्रह्मपुत्र मेल में पारंपरिक डिब्बों की जगह एलएचबी (लिंक हॉफमेन बुश) डिब्बे लगाने जा रहा है. डिब्रूगढ़ से खुलनेवाली ट्रेन में यह बदलाव 20 जुलाई से और दिल्ली से खुलनेवाली ट्रेन में 23 जुलाई से दिखेगा. इस ट्रेन से सिलीगुड़ी से भागलपुर, पटना, आरा, कानपुर, दिल्ली इत्यादि की यात्रा करनेवाले यात्री लाभान्वित होंगे.
ब्रह्मपुत्र मेल के नये समायोजन में एक एसी-2, चार एसी-3, 11 स्लीपर और तीन द्वितीय श्रेणी के डिब्बे शामिल होंगे. इसके अतिरिक्त एक एसी पैंट्री कार और दो ब्रेक/लगेज कम-जेनेरेटर यान भी शामिल होंगे. उल्लेखनीय है कि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे पहले ही 13 यात्री ट्रेनों को एलएचबी डिब्बों से बदल चुकी है. जिनमें पहले ही बदलाव हो चुका है, वे हैं : कामाख्या-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस, कामाख्या-गांधीधाम एक्सप्रेस, बेंगलुरू-न्यू तिनसुकिया एक्सप्रेस, कामाख्या-आनंद विहार एक्सप्रेस, कामाख्या-गया एक्सप्रेस, एनजेपी-नयी दिल्ली एक्सप्रेस, डिब्रूगढ़-ताम्बरम एक्सप्रेस, डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस, डिब्रूगढ़-अमृतसर एक्सप्रेस, कामाख्या- पुरी एक्सप्रेस, और कामाख्या-रांची एक्सप्रेस. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अंतर्गत एलएचबी डिब्बे के साथ कुल 34 ट्रेनें चलती हैं, जिसमें राजधानी/शताब्दी टाइप ट्रेनें भी शामिल हैं.
एलएचबी डिब्बे यात्रियों की सुरक्षा और आराम के लिहाज से पारंपरिक डिब्बों से बेहतर हैं. ये देखने में सुंदर और रखरखाव में सुविधाजनक हैं. एलएचबी डिब्बों को स्टेनलेस स्टील से बनाया जाता है. भीतरी भाग को अल्युमिनियम से बनाया जाता है. इन डिब्बों को एंटी-टेलिस्कोपिक माना जाता है, जिसका अर्थ हुआ कि ये टक्कर होने पर न तो एक-दूसरे पर चढ़ते हैं और न झटका देते हैं, जिसके परिणामस्वरूप कम लोग हताहत होते हैं.

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