अलीपुरद्वार जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 100

कालचीनी : जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलीपुरद्वार में 18 लोगों के रक्त जांच में मलेरिया वायरस का पता चला है. कुल 30 लोगों के रक्त में मलेरिया जीवाणु पाया गया. वहीं अलीपुरद्वार जिले में डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़कर 100 तक हो गयी है. जिले में 100 डेंगू रोगियों में से 70 अलीपुरद्वार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2019 1:11 AM

कालचीनी : जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलीपुरद्वार में 18 लोगों के रक्त जांच में मलेरिया वायरस का पता चला है. कुल 30 लोगों के रक्त में मलेरिया जीवाणु पाया गया.

वहीं अलीपुरद्वार जिले में डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़कर 100 तक हो गयी है. जिले में 100 डेंगू रोगियों में से 70 अलीपुरद्वार जिले के कालचीनी ब्लॉक अंतर्गत भारत-भूटान सीमावर्ती शहर जयगांव इलाके के हैं.
इस विषय पर जिला स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी सुर्बन गोस्वामी ने बताया कि भूटान में 250 लोगों के रक्त में डेंगू का वायरस पाया गया. भूटान के फुछेलिंग शहर एवं स्थानीय जयगांव शहर के लोगों का आवागमन होता रहता है.
हो सकता है कि डेंगू बुखार भूटान से यहां भी फैल गया हो. हालांकि उन्होंने कहा कि जिला स्वास्थ्य विभाग इस मामले को लेकर बेहद चिंतित है. इसको लेकर जिले में पर्याप्त सावधानी बरती जा रही है. प्रत्येक ब्लॉक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की निगरानी की जा रही है.
बुखार के मरीजों को जिला अस्पताल सहित ब्लॉक के हर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. वहीं जिला स्वास्थ्य विभाग ने जिले से मच्छरों को नष्ट करने के लिए कई कदम उठाए हैं. पहली बार जिला स्वास्थ्य विभाग मुंबई से 28 लाख की लागत से मच्छर मच्छर निरोधक यंत्र आयात किया जा रहा है.
उप स्वास्थ्य अधिकारी ने फिर कहा कि मच्छर निरोधक को जिले के 66 ग्राम पंचायतों में वितरित किया जाएगा एवं मच्छरों के लार्वा को समाप्त करने के लिए जिले के विभिन्न ब्लॉकों के जमे हुए पानी में 5 लाख गप्पी मछलियां छोड़ी गयी हैं. हालांकि, जिला स्वास्थ्य विभाग में सबसे चिंताजनक विषय यह है कि भूटान से फैला डेंगू कहीं कालचीनी ब्लॉक के जयगांव इलाके में महामारी का रूप धारण न कर ले.

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