व्यापारियों ने ठुकराया मंत्री का अनुरोध, आज सिलीगुड़ी में ‘व्यापार बंद’

सिलीगुड़ी : केंद्र सरकार की व्यापार संबंधी नीतियों और बड़ी पूंजीवाली देशी-विदेशी कंपनियों के पारंपरिक कारोबार पर हो रहे कब्जे के खिलाफ, सिलीगुड़ी के व्यापारी 29 जुलाई यानी सोमवार को ‘व्यापार बंद’ रखेंगे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के किसी भी तरह के बंद के खिलाफ होने को देखते हुए राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2019 1:39 AM

सिलीगुड़ी : केंद्र सरकार की व्यापार संबंधी नीतियों और बड़ी पूंजीवाली देशी-विदेशी कंपनियों के पारंपरिक कारोबार पर हो रहे कब्जे के खिलाफ, सिलीगुड़ी के व्यापारी 29 जुलाई यानी सोमवार को ‘व्यापार बंद’ रखेंगे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के किसी भी तरह के बंद के खिलाफ होने को देखते हुए राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने रविवार को कारोबारियों के साथ बैठक कर उनसे ‘व्यापार बंद’ आंदोलन वापस लेने का अनुरोध किया. लेकिन आंदोलनकारी कारोबारियों ने मंत्री के अनुरोध को ठुकरा दिया.

आंदोलनकारी कारोबारियों की अगुवाई कर रहे संगठन, ईस्टर्न एबीसी चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के संयोजक सुरजीत पॉल का कहना है कि आंदोलन की रूपरेखा काफी पहले ही खींची जा चुकी थी. अब आंदोलन के लिए सभी काफी आगे निकल चुके हैं, यहां से पीछे नहीं हटा जा सकता. फिलहाल सोमवार को केवल सिलीगुड़ी में व्यापार बंद रखने का आह्वान किया गया है.
उन्होंने कहा कि किसी पर जबरस्ती नहीं है. थोक व्यापार से जुड़े कारोबारी, डिस्ट्रीब्यूटर, गल्ला कारोबारी ही इस ‘व्यापार बंद’ में सीधे शामिल हैं. इस आंदोलन को उत्तर बंगाल स्तरीय कुल 19 वाणिज्यिक संस्थाएं समर्थन कर रही हैं. खुदरा कारोबारी अगर अपनी मर्जी से व्यापार बंद रखते हैं तो हम उनका स्वागत करते हैं. हमने खुदरा कारोबारियों व आम उपभोक्ताओं से समर्थन का आह्वान किया था.
गल्ला मालों की व्यापारिक संस्था सिलीगुड़ी मर्चेंट्स एसोसिएशन (एसएमए) के अध्यक्ष गोपाल खोरिया ने कहा कि इस एकदिवसीय व्यापार बंद के दौरान गल्ला मंडी खालपाड़ा के नयाबाजार के व्यापारी और विभिन्न कंपनियों के सिलीगुड़ी में कार्यरत डिस्ट्रिब्यूर अपना व्यापार बंद रखेंगे. ज्यादातर थोक विक्रेताओं ने ही अपना कारोबार बंद रखने का आश्वासन दिया है.
श्री खोरिया ने बताया कि सुबह 10.30 बजे नयाबाजार के बिहार चौक से आंदोलनकारी कारोबारियों की विशाल प्रतिवाद रैली शुरू होगी, जो भक्तिनगर सेवक रोड के वेगा सर्कल मॉल के नजदीक स्थित एक बड़ी कंपनी के मेगा स्टोर के सामने पहुंचकर घेराव व धरना-प्रदर्शन में तब्दील हो जायेगी. इसके अलावा व्यापारियों का एक प्रतिनिधिदल एसडीओ के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजेगा.
निकालेंगे प्रतिवाद रैली, एसडीओ को सौपेंगे ज्ञापन
बड़ी कंपनी के स्टोर के बाहर करेंगे धरना-प्रदर्शन
बड़ी पूंजी वाली देशी-विदेशी कंपनियों का विरोध कर रहे हैं व्यापारी
धरना-रैली करनी है तो दिल्ली में करें : गौतम देव
कारोबारियों के साथ मीटिंग के बाद मीडिया के सामने मंत्री गौतम देव ने नाराजगी का इजहार करते हुए कहा कि अगर इस विषय पर रैली या धरना-प्रदर्शन करना है तो दिल्ली में करें.
यह पूरा मुद्दा ही राज्य सरकार से नहीं, बल्कि केंद्र सरकार से जुड़ा हुआ है. मैंने व्यापारियों से बंद वापस लेने का अनुरोध किया है, मगर किसी भी मुद्दे पर विरोध जताने का सबको लोकतांत्रिक अधिकार है. व्यापारियों को पूरे विषय के बारे में पहले राज्य सरकार को लिखकर देना था.
सरकार अपने स्तर पर इसे केंद्र तक पहुंचाती. इसके बाद भी अगर कोई नतीजा न निकलता तो वे किसी भी तरह का आंदोलन करते. उन्होंने कहा : वैसे भी केंद्र की व्यापार विरोधी नीति की वजह से हाल के दिनों में व्यापार पूरी तरह चरमरा गया है. ममता सरकार हमेशा ही व्यापारी भाइयों के साथ खड़ी है.

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