profilePicture

डॉक्टर पर गर्भवती महिला से छेड़खानी का आरोप

मालदा : चांचल के एक पुलिसकर्मी की गर्भवती पत्नी से चिकित्सक ने जांच के दौरान छेड़खानी की है. आरोप है कि घटना का प्रतिवाद करने पर नर्सिंग होम के डॉक्टर के सुरक्षाकर्मियों ने दंपती से मारपीट कर उन्हें बंधक बनाकर रखा. 25 जुलाई की इस घटना के बाद 26 जुलाई को इस संबंध में इंगलिशबाजार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2019 2:25 AM

मालदा : चांचल के एक पुलिसकर्मी की गर्भवती पत्नी से चिकित्सक ने जांच के दौरान छेड़खानी की है. आरोप है कि घटना का प्रतिवाद करने पर नर्सिंग होम के डॉक्टर के सुरक्षाकर्मियों ने दंपती से मारपीट कर उन्हें बंधक बनाकर रखा. 25 जुलाई की इस घटना के बाद 26 जुलाई को इस संबंध में इंगलिशबाजार थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है.

वहीं, सूचना मिलने पर पुलिस ने दंपती को वहां से मुक्त कराया. वहीं, हालात को देखते हुए आरोपी डॉक्टर वहां से चंपत हो गये. दंपती का कहना है कि इस संबंध में पुलिस के अलावा राज्य महिला आयोग से शिकायत दर्ज करायी जायेगी.
इंगलिशबाजार थाने के आईसी शांतनु मित्र ने बताया कि एक गर्भवती महिला से छेड़खानी की शिकायत दर्ज की गयी है. चिकित्सक से भेंट नहीं हो सकी है. पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है. सूत्र के अनुसार दंपती चांचल थाना क्षेत्र का निवासी है. पुलिसकर्मी की 20 वर्षीया पत्नी गर्भवती हैं. 25 जुलाई को पति-पत्नी मालदा शहर के एक नर्सिंग होम के स्त्रीरोग विशेषज्ञ से दिखाने पहुंचे.
महिला का कहना है कि डॉक्टर ने जांच के नाम पर उनके संवेदनशील अंगों का स्पर्श किया. इसके अलावा उनसे अश्लील मजाक भी किया जिसका प्रतिवाद करने पर उन्होंने मारपीट शुरु कर दी. शोर सुनकर पति आये तो सुरक्षाकर्मियों ने उन दोनों की पिटाई करने के बाद उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया. आरोपी चिकित्सक का नाम डॉ. एसएन शर्मा है. हालांकि आरोपी की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.
पति का कहना है कि चिकित्सक होकर डॉक्टर एसएन शर्मा ने जो आचरण किया है वह सोच भी नहीं सकते हैं. प्रतिवाद करने पर उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से उन दोनों की मारपिटाई भी करायी. पूरे घटनाक्रम की रिकार्डिंग वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में मौजूद है. उसकी जांच करने पर सच्चाई सामने आ जायेगी.
इस बारे में आईएमए के मालदा जिला सचिव डॉ. सीडी बसाक ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी है. लेकिन उनके पास कोई लिखित शिकायत नहीं की गयी है. शिकायत की जाती है तो उसे राज्य एडवाइजरी कमेटी के समक्ष भेजा जायेगा.
हालांकि अगर घटना सत्य है तो यह वास्तव में निंदनीय है. वहीं, राज्य महिला आयोग की वाइस चेयरपरसन मौसम नूर ने कहा कि उनके पास अभी तक ऐसी शिकायत नहीं मिली है. मिलने पर जरूरी कदम उठाये जायेंगे.

Next Article

Exit mobile version