लाचारी : कंधों पर लाद कर मरीजों को 2600 फुट नीचे लाने को मजबूर 11 गांंवों के ग्रामीण
कालचीनी : बक्सा पहाड़ के 11 गांवों के बीच कोई स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. इस कारण इन गांवों में बीमार लोगों के सामने इलाज की समस्या बनी रहती है. अलीपुरद्वार जिले के कालचीनी ब्लॉक अंतर्गत अति दुर्गम इलाकों में एक बक्सा पहाड़ के बाक्सा फ़ोर्ट, चुनाभाटी, सदर बाजार, लेपचाखा, उचुलुंग, टाशिगांव, आदमा जैसे कुल 11 […]
कालचीनी : बक्सा पहाड़ के 11 गांवों के बीच कोई स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. इस कारण इन गांवों में बीमार लोगों के सामने इलाज की समस्या बनी रहती है. अलीपुरद्वार जिले के कालचीनी ब्लॉक अंतर्गत अति दुर्गम इलाकों में एक बक्सा पहाड़ के बाक्सा फ़ोर्ट, चुनाभाटी, सदर बाजार, लेपचाखा, उचुलुंग, टाशिगांव, आदमा जैसे कुल 11 गांवों में लोगों को ईलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है.
इन इलाकों में अधिकतर डुकपा जनजाति के लोग रहते हैं. सदियों से यहां रह रहे लोगों को अब तक आवाजाही के लिए सड़क की सुविधा भी मुहैया नहीं हो पायी है. आज भी करीब 2600 फुट ऊंचे इस दुर्गम इलाके में पैदल ही पहुंचा जा सकता है. इसके अलावा दूसरा कोई विकल्प नही है. ऐसे में अगर कोई बीमार पड़ जाता है तो उसे अस्पताल ले जाने के लिए कंधे पर उठा कर पैदल ही 2600 फुट नीचे संतालाबारी आना पड़ता है. फिर वहां वाहन मिलता है, जिससे बीमार को 35 किलोमीटर अलीपुरद्वार जिला अस्पताल लाना पड़ता है. उत्तर लताबड़ी के लोगों को आज इतनी दूरी तय कर के अस्पताल पहुंचाना पड़ता है.