बोनस के लिए सड़क पर भी उतरने को तैयार हैं श्रमिक

डीटीडीपीएलयू की कर्सियांग महकमा कमेटी के तत्वावधान में कार्यकारिणी सदस्यों की सभा कर्सियांग : दार्जिलिंग तराई डुआर्स प्लान्टेशन लेबर यूनियन (डीटीडीपीएलयू)कर्सियांग महकमा कमेटी के तत्वावधान में कार्यकारिणी सदस्यों की एक सभा आयोजित हुई. धोबी खोला स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित इस सभा में चाय बागानों में कार्यरत श्रमिकों व मजदूरों के पूजा बोनस को लेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2019 12:56 AM

डीटीडीपीएलयू की कर्सियांग महकमा कमेटी के तत्वावधान में कार्यकारिणी सदस्यों की सभा

कर्सियांग : दार्जिलिंग तराई डुआर्स प्लान्टेशन लेबर यूनियन (डीटीडीपीएलयू)कर्सियांग महकमा कमेटी के तत्वावधान में कार्यकारिणी सदस्यों की एक सभा आयोजित हुई. धोबी खोला स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित इस सभा में चाय बागानों में कार्यरत श्रमिकों व मजदूरों के पूजा बोनस को लेकर चर्चा हुई. सभा की अध्यक्षता प्रणाम रसाईली ने की.

इस आशय की जानकारी देते हुए प्रचार-प्रसार सचिव संतोष तामांग ने बताया कि 2017 में चाय की प्लकिंग कम होने के बावजूद 2018 में चाय बागानों के मालिकों ने बागानों में कार्यरत श्रमिकों व मजदूरों को 15 प्रतिशत बोनस दिया था. 2018 में 2017 की तुलना में करीब दो गुणी चाय की प्लकिंग हुई थी. इसके बावजूद इस वर्ष महज 8. 33 प्रतिशत बोनस देने की बात कर रहे हैं. यह श्रमिकों के प्रति घोर अन्याय है.

उन्होंने कहा कि सभा में लिये गये निर्णय अनुसार इस संबंध में गोजमुमो केन्द्रीय कमेटी के अध्यक्ष विनय तामांग व महासचिव अनित थापा से पत्राचार किया जायेगा. उनकी राय जानने के बाद बोनस की मांग को लेकर भावी रणनीति तय की जायेगी. इस संदर्भ में डीटीडीपीएलयू की केन्द्रीय कमेटी को भी जानकारी दी जायेगी. उन्होंने कहा कि डीटीडीपीएलयू 20 प्रतिशत बोनस लेने की मांग में अडिग है. उन्होंने कहा कि अगर आवश्यक पड़ी तो बोनस के लिएहम सड़क पर भी उतरने को तैयार हैं.

उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग की चाय विश्व बाजार में यूरो व डालर में बिक रही है, लेकिन उत्पादन करनेवाले श्रमिकों व मजदूरों की हालात काफी बदतर है. उन्हें प्रत्येक दिन की राशन का 9 रुपये समेत महज 176 प्रतिदिन की मजदूरी मिलती है. श्रमिकों व मजदूरों के लिए मकान बनाने का कार्य भी बंद हो गया है. श्रमिकों व मजदूरों को प्राप्त होनेवाली अधिकतर सुविधाएं खत्म हो गयीं हैं. अब बोनस को लेकर भी संशय पैदा हो गया है.

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