लोस चुनाव में पराजय के लिए कई नेताओं का अहंकार दोषी
लाटागुड़ी के गोलाबाड़ी में आयोजित तृणमूल किसान खेत मजदूर के जिला सम्मेलन में बोले पूर्व मंत्री बेचाराम मन्ना मालबाजार : तृणमूल के कई नेताओं में अहंकार आ गया है. ऐसे नेता आम जनता को इंसान की तरह नहीं समझते हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में दलीय पराजय के पीछे यह एक प्रमुख वजह रही है. इसीलिये […]
लाटागुड़ी के गोलाबाड़ी में आयोजित तृणमूल किसान खेत मजदूर के जिला सम्मेलन में बोले पूर्व मंत्री बेचाराम मन्ना
मालबाजार : तृणमूल के कई नेताओं में अहंकार आ गया है. ऐसे नेता आम जनता को इंसान की तरह नहीं समझते हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में दलीय पराजय के पीछे यह एक प्रमुख वजह रही है. इसीलिये इन नेताओं को कुछ समय के लिये काम काज से दूर रखा गया है. जनसंपर्क बढ़ाया जा रहा है.
सोमवार को लाटागुड़ी के गोलाबाड़ी में तृणमूल किसान खेत मजदूर समिति के जिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए संगठन के राज्य अध्यक्ष एवं पूर्व कृषि मंत्री बेचाराम मान्ना ने उक्त बातें कही. उन्होंने संगठन के सदस्यों से लोगों के घर घर जाकर जनसंपर्क करने का आह्वान किया. उल्लेखनीय है कि यह सम्मेलन गोलाबाड़ी के पाठागार मैदान में आयोजित हुआ था. सम्मेलन में मुख्य रुप से लोकसभा चुनाव में दलीय पराजय की समीक्षा के अलावा केंद्र की भाजपा सरकार की तीव्र आलोचना की गयी.
अपने संबोधन में बेचाराम मान्ना ने कहा कि दल के कई नेता दल का काम के बदले दूसरे नेताओं की आलोचना अधिक करते हैं. ऐसे नेता दल के दुश्मन हैं. उन्होंने पराजय के लिये नेताओं के अंहकार के अलावा वामफ्रंट और कांग्रेस को भी जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल को सत्ता से बाहर करने के लिये इन दलों ने 27 हजार करोड़ रुपये के एवज में अपने वोट भाजपा को बेच दिये हैं. भाजपा धर्म को सामने रखकर सोशल मीडिया में झूठा प्रचार कर रही है.
असम में एनआरसी को लागू करने के प्रसंग में बेचाराम ने कहा कि असम में एनआरसी के नाम पर लोगों को परेशान किया जा रहा है. जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ऐसे लोगों के साथ खड़ी हैं. आज के सम्मेलन में मयनागुड़ी, मालबाजार, धूपगुड़ी और राजगंज से विधायकों की उपस्थिति रही. इनके अलावा एसजेडीए चेयरमैन विजयचंद्र बर्मन, संगठन के जिलाध्यक्ष दुलाल देवनाथ भी उपस्थित रहे.